IIT BHU में टेकटॉक में कृषि और नवाचार को प्रोत्साहन, विशिष्ट वक्ताओं ने रखी राय
वाराणसी। आईआईटी (बीएचयू) में शुक्रवार को जॉइंट इन्क्यूबेशन सेंटर, आई-3 फाउंडेशन, और आरकेवीवाई-रफ्तार एग्री बिजनेस इन्क्यूबेटर के संयुक्त तत्वावधान में एक टेकटॉक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस में संस्थान के 150 से अधिक छात्रों और स्टार्टअप्स ने भाग लिया। महामना की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। जॉइंट इन्क्यूबेशन सेंटर के संयोजक डॉ. संजय सिंह, ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
द एग्री कोलैबोरेटरी कृषि क्षेत्र के फाउंडर और सीईओ निपुण मेहरोत्रा के संबोधन का मुख्य बिंदु भारत की कृषि में नवाचार और सहयोग के माध्यम से राष्ट्रीय संसाधन की क्षमताओं को सुदृढ़ करना था। निपुण मेहरोत्रा वर्तमान में आईएफसी-द वर्ल्ड बैंक, तेलंगाना और कर्नाटक राज्य सरकारों, सीआईआई, नासकॉम और आईआईएससी (आईयूडीएक्स), सीजीआईएआर और एनआईटी तिरुचिरापल्ली जैसे वैश्विक अनुसंधान संस्थानों के साथ सक्रिय सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं।
व्हाट्सलोन के फाउंडर और सीईओ तिम्माना गौड़ा डी ने फिनटेक के बदलते परिदृश्य और इसके कृषि क्षेत्र में विकास और दक्षता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने विचार साझा किए। एजीएम यूनियन बैंक रमाकांत चौधरी ने बताया कि कैसे यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया का प्रयास कृषि एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहा है। टेकटॉक ने छात्रों, उद्यमियों और उद्योग पेशेवरों को प्रोग्राम में आमंत्रित वक्ताओं के साथ संवाद करने, विचारों का आदान-प्रदान करने, और कृषि और फिनटेक में नवाचार के नए अवसरों का पता लगाने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान किया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ संजय सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों, स्टार्ट-अप एवं सभी छात्रों का धन्यवाद देते हुए इस तरह के कार्यक्रमों को लगातार करने के लिए प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा की इस तरह के कार्यक्रम नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए ज़रूरी हैं। डॉ. संजय सिंह ने टीचिंग एंड लर्निंग सेण्टर (टीएलसी), ई-सेल, एसएनटीसी और पीआर सेल की टीमों को कार्यक्रम के सफलतापूर्ण समापन के लिए धन्यवाद दिया।
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