रविदास जयंती पर मंदिर में कैसे पहुचेंगे दर्शनार्थी, जब सीर क्षेत्र में जलनिकासी बनी बड़ी समस्या
वाराणसी। एक ओर जहां बनारस को विकास की कई सौगातें दी जा रही हैं। वहीं प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में आज भी लोग सीवर समस्या से जूझ रहे हैं। जबकि प्रधानमंत्री काशी को क्योटो बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, परंतु यहां पर आज भी समस्याएं जस की तस्वीर बनी हुई है। ऐसा नहीं है कि प्रधानमंत्री आने के बाद काशी को कुछ नहीं देते। जितनी भी बार आए हैं काशी वासियों को हजार करोड रुपए की हर बार सौगात देते हैं। ताकि काशी का और विकास हो सके और समस्याओं का समाधान हो सके। किसी भी तरफ समस्या ना दिखे।
काशी में हर साल लाखों पर्यटकों का आना-जाना होता है। ऐसे में शासन की भी यह मंशा है कि पर्यटकों उनके मन मस्तिष्क में काशी जाकर एक सुंदर छवि जाए। इसके साथ ही फरवरी माह में रविदास जयंती पर कई VIP दर्शन पूजन करने को पहुंचते हैं। वाराणसी के सीर क्षेत्र के लोग आज भी सीवर की समस्या से जूझ रहे हैं। कई वर्षों से यहां पर सीवर की समस्या बनी हुई है। समस्या ऐसी विकट है कि उसे शिवर और कीचड़ से स्कूली बच्चे महिलाएं तथा अन्य लोग आने जाने को मजबूर है। सीवर का पानी कई माह से सड़क मार्ग पर बह रहा है परंतु जिम्मेदार आंख मूंदे हुए हैं।
स्थानीय नागरिक अमन यादव के मुताबिक, कई साल से सीवर का पानी सड़क मार्ग पर बह रहा है। जिससे सड़क मार्ग पर कीचड़ और गंदगी फैली रहती है। इसकी शिकायत भी कई बार अधिकारियों से की गई, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। यदि जिम्मेदार अधिकारी जल्द इसकी सफाई नहीं करेंगे तो हम रविवार को ग्रामीणों के साथ धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
वहीं स्थानीय महिला पार्वती का कहना है कि जब से पार्षद का चुनाव हुआ है, क्षेत्रीय पार्षद कई बार आए। उन्हें भी समस्या से अवगत कराया गया। परंतु अभी किसी भी प्रकार से समस्या का समाधान नहीं निकला है। जिससे हम लोग काफी परेशान हैं। इस मार्ग से आए दिन लोग आते जाते हैं और गिरकर चोटिल भी होते हैं।
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