‘स्वच्छ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य’ थीम पर बरेका अस्पताल में स्वास्थ्य कार्यशाला आयोजित, मातृ एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य को लेकर किया गया जागरूक

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डॉ. देवेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष के विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम "स्वच्छ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य" रखी गई है, जो विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल एवं सुरक्षा पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि समाज के स्वस्थ भविष्य की नींव मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य पर टिकी होती है, और इसके लिए उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं जरूरी हैं।
कार्यशाला के दौरान अस्पताल की महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुलिका सिंह और डॉ. प्रेक्षा पांडेय ने गर्भावस्था की देखभाल, सुरक्षित प्रसव और प्रसव के बाद की गुणवत्ता सेवा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। उन्होंने बताया कि समय पर जांच, पोषण और चिकित्सकीय सलाह से जटिलताओं को रोका जा सकता है और मां व शिशु दोनों का स्वास्थ्य बेहतर बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर पॉपुलर नर्सिंग इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों ने जागरूकता बढ़ाने के लिए एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इस नाटक के माध्यम से उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच, पोषण युक्त आहार, सुरक्षित प्रसव की तैयारी और प्रसव के बाद देखभाल किस तरह जीवन को बचा सकती है। प्रस्तुति ने उपस्थित जनसमूह को गहराई से प्रभावित किया और विषय की गंभीरता को रेखांकित किया।
कार्यशाला में बरेका अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राहुल, डॉ. विशालाक्षी मुद्गल, डॉ. स्नेहांजलि शर्मा, डॉ. भावना कुमारी के साथ-साथ सहायक नर्सिंग अधिकारी गीता कुमारी चौधरी, मुख्य नर्सिंग सुपरिटेंडेंट अंजना टौड, कमला श्रीनिवासन, चंद्रकला राव, सीता कुमारी सिंह, एलिस कुजूर, आरती, उषा जैसल, संजूलता गौतम, कृष्णा उपाध्याय, प्रतिभा कुमारी, रूपिंदर कौर एवं अस्पताल अटेंडेंट शकुंतला देवी, निर्मला देवी, नाजरा बेगम, संजय कुमार सहित कई अन्य चिकित्सकीय और नर्सिंग स्टाफ ने भाग लिया।