वाराणसी में ‘हैंगिंग ट्वीन बिन’ से दुरुस्त होगी सफाई व्यवस्था, कोलकाता की कंपनी को सौंपा गया जिम्मा, क्यूआर कोड से होगी सफाई की निगरानी

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की पहल पर कोलकाता स्थित ‘‘एड माई बिन’’ संस्था को यह कार्य सौंपा गया है। इस कंपनी द्वारा न केवल डस्टबिन स्थापित किए जा रहे हैं, बल्कि बिन में पड़े कचरे को नियमित रूप से उठाने और साफ-सफाई की निगरानी भी की जा रही है।
नगर निगम ने इस परियोजना में स्मार्ट तकनीक का भी उपयोग किया है। प्रत्येक डस्टबिन पर क्यूआर कोड लगाया गया है, जिससे कचरा उठाने और सफाई की निगरानी कंपनी के कार्यालय में कंप्यूटर से की जाएगी।
इस पूरी योजना की सबसे खास बात यह है कि नगर निगम को इस पर कोई आर्थिक व्यय नहीं करना पड़ रहा है। "एड माई बिन" कंपनी डस्टबिन पर विज्ञापन लगाकर होने वाली आय से इस परियोजना का संचालन कर रही है।
परियोजना के पहले चरण में 200 स्थानों पर ट्वीन बिन (कुल 400 डस्टबिन) लगाए जाएंगे। अब तक 65 स्थानों पर ट्वीन बिन स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें सिगरा नगर निगम कार्यालय, लहुराबीर से मैदागिन, दशाश्वमेध घाट, गोदौलिया जैसे व्यस्त इलाके शामिल हैं।
जल्द ही अन्य क्षेत्रों में भी होगी शुरुआत
संस्था के प्रतिनिधि बुद्धदेव मिताई ने बताया कि अगले चरण में लंका और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी ट्वीन बिन लगाए जाएंगे। इससे शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।