राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने बजाए आदिवासी समाज के वाद्य यंत्र, आदिवासी समाज के लोगों संग किया गोगो पूजन
वाराणसी। मिर्जामुराद क्षेत्र के मेहंदीगंज स्थित एक वाटिका में रविवार को आदिवासी गोगो पूजन एवं जनजाति संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने आदिवासी वाद्य यंत्र बजाया। वहीं समाज के लोगों के बीच में बैठकर गोगो पूजन किया।
आईएमएस बीएचयू के डायरेक्टर प्रो. सत्यनारायण शंखवार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में आदिवासी गोगो पूजन के साथ जनजाति संगोष्ठी का आयोजन किया गया। लक्ष्मण आचार्य को आदिवासी समाज की महिलाओं ने तिलक लगाकर पुष्प वर्षा तथा गोंडी नृत्य के साथ स्वागत किया। लक्ष्मण आचार्य ने आदिवासी समाज के वाद्य यंत्रों को खुद बजाया। इस दौरान विजय कुमार गौड़ तथा विनोद खरवार ने माल्यार्पण व अंगवस्त्रम, स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। राज्यपाल ने गजापुर निवासी नवोदय विद्यालय की आदिवासी समाज की छात्रा सोनम गौड़, जो वाराणसी जिले में प्रथम स्थान पाई थी, उसे मंच पर बुलाकर स्वागत किया।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि फड़ा देव की पूजा करने से विश्व तथा आदिवासी समाज के परिवारों में सुख शांति और समृद्धि आती है। विश्व भाईचारे के बंधन में बंधता है। उन्होंने भारत के विश्व गुरु बनने में आदिवासियों का भूमिका का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से ही है। यह प्रत्यक्ष रूप से प्रमाण है आदिवासी समाज भारत को विश्व गुरु बनाने में महत्वपूर्ण भी भूमिका निभा रहा है।
कार्यक्रम का आयोजन विजय कुमार गौड़ तथा संचालन अर्चना कुनकर ने किया। कार्यक्रम में मनीष गोंड कालरा, धनंजय कश्यप, मनोज गोंड, राजकुमार गोंड, मुन्ना गोंड, सुनीता, साधना गोंड, ममता गोंड, अरुण गोंड, अवधेश गोंड व चंदन गोंड इत्यादि आदिवासी समाज के लोग उपस्थित रहे।
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