बरेका में 10 सिरों वाले रावण के विशालकाय पुतले का होगा दहन, दशानन रूपक की तैयारी जोरों पर
वाराणसी। बरेका (बनारस रेल इंजन कारखाना) में इस बार भी हर साल की तरह 10 सिरों वाले दशानन (रावण) का पुतला तैयार किया जा रहा है। दशहरे के दिन रावण वध से पहले राम वनगमन से लेकर रावण वध तक की लीलाओं को मूक अभिनय के जरिए प्रस्तुत किया जाएगा। इस विशेष रूपक को अंतिम रूप देने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। रावण और उसके परिवार के पुतलों के निर्माण में 80 बांस, 10 बल्ली, 150 किलो मैदा, 150 साड़ियां, 60 किलो विशेष तांत, 150 किलो कागज, पांच किलो रंग और 25 लीटर पेंट का इस्तेमाल किया गया है। पुतलों के अंदर 50 आवाज वाले पटाखे भी लगाए गए हैं, जो दहन के समय आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
बरेका ग्राउंड में तेजी से बांस-बल्ली गाड़ी जा रही है, बैरिकेडिंग की जा रही है, लाइट की व्यवस्था के लिए तार बिछाए जा रहे हैं और कुर्सियों की व्यवस्था की जा रही है। तैयारी को सुचारु रूप से पूरा करने के लिए दर्जनों मजदूर लगे हुए हैं, जो पुतलों और आयोजन स्थल को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। यातायात व्यवस्था को देखते हुए बरेका स्टेडियम, सिनेमा हॉल और बॉस्केटबॉल ग्राउंड परिसर के आसपास साइकिल, रिक्शा, टू-व्हीलर और चार पहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। भारतीय खाद्य निगम और सेंट जॉन्स स्कूल गेट से भी दोपहर 12 बजे से रात 9 बजे तक वाहनों का प्रवेश वर्जित होगा।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त 100 रेलवे पुलिस बल के जवान मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगे। साथ ही सिविल और खुफिया पुलिस भी सुरक्षा में जुटी रहेगी। विजयादशमी समिति ने 500 अतिविशिष्ट, 3000 सफेद, 1000 लाल और 2000 हरे रंग के पास जारी किए गए हैं। प्रवेश के लिए तीन द्वार बनाए गए हैं।
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