संदिग्ध परिस्थितियों में चर्च के फादर ने लगाई फांसी, कमरे का दरवाजा तोड़ पहुंची पुलिस, सभी के उड़े होश
प्रकरण के मुताबिक, रोजाना की तरह शुक्रवार को जब प्रार्थना के समय सुबह छह बजे 48 वर्षीय फादर जॉन लोबो डॉल्फि चर्च नहीं पहुंचे, तो कर्मचारियों को कुछ खटकने लगा। कर्मचारियों ने जगाना उचित नहीं समझा, लेकिन जब साढ़े सात बजे तक दरवाजा नहीं खुला तो लोगों को शंका हो गयी। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर सभी ने थाने पर इसकी सूचना दी।
थाना प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार मौके पर पहुंचकर फादर के कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन भीतर से कोई आवाज नहीं आने पर पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ दिया गया। कमरे का दृश्य देख सभी के होश उड़ गये। फादर पंखे से लटकते मिले, पुलिस ने शव को नीचे उतारा, इस घटना की सूचना पर अन्य मिशनरियों के फादर और कर्मचारी आ गये। फारेंसिक टीम भी कमरे से साक्ष्य इकट्ठा किया।
पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मंगलूर कर्नाटक निवासी फादर दस दिन पूर्व ही आये थे। अस्पताल के स्टाफ का कहना है कि वह डिप्रेसन का शिकार थे। कभी इधर उधर बड़ी तेजी से टहलते और खेतों की ओर भी चले जाते थे। काफी दिनों से नशा मुक्ति केंद्र से उनकी दवा चल रही थी। अभी तक अस्पताल का चार्ज भी नहीं लिये थे। प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार का कहना है कि जांच हो रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आत्महत्या के कारणों का पता चलेगा।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।