लापरवाही से वृद्ध की मौत पर परिजनों का हंगामा, परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप, घंटों चली पंचायत
मामला भाजपा पदाधिकारियों से जुड़े होने के कारण नगर अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह दर्जनों कार्यकर्ताओं को लेकर अस्पताल में धमक पड़े तो वहीं सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बताया जाता है कि पुलिस ने बीते तीन अगस्त को लाल बहादुर शास्त्री चिकित्साल्य में पंचवटी से लावारिस के रूप में रत्तापुर रामनगर निवासी राम निहोरा चौहान नामक एक वृद्ध को भर्ती कराया था। भाजपा के नगर मंत्री अविनाश चौहान ने उनकी पहचान अपने दादा के रूप में उस समय की, जब वह उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे। वृद्ध को बेहद नाजुक स्थिति में भर्ती कराया गया था।
सोमवार की सुबह जब अविनाश अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि वृद्ध का निधन हो गया है और उनका शव मर्चरी में रखा गया है। मामला भाजपा पदाधिकारी से जुड़े होने के कारण भाजपा नगर अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह सहित दर्जनों लोग चिकित्साल्य पहुंच गए। सीसीटीवी जांच करने की मांग करने लगे।
परिजनों का आरोप था कि वार्ड में भर्ती वृद्ध के चेहरे को कुत्ते ने नोच दिया था। परिजनों के आरोप को उस वक्त और बल मिला जब मर्चरी में रखे शव के पूरे चेहरे पर पट्टी बंधी दिखी। वहीं चिकित्सालय में घण्टों पंचायत चलने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस और चिकित्साल्य प्रशासन ने परिजनों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। भाजपा के नेताओं व परिजनों ने आपस में राय विमर्श किया और बिना किसी पुलिसिया कार्रवाई के शव को लेकर चले गए और अंतिम संस्कार कर दिया।
इधर चिकित्सालय के सी एम एस का कहना था कि शव को कुत्ते द्वारा नोचने की बात निराधार है। वृद्ध को यहां गंभीर स्थिति में लाया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। चूंकि मौत के बाद उनका कोई परिजन मौजूद नहीं था, लिहाजा शव को मर्चरी में रखवा दिया गया था। बाद में परिजनों को लिखापढ़ी के बाद शव सौंप दिया गया।
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