डॉ. सुचिता त्रिपाठी प्रांत अध्यक्ष एवं अभय प्रताप सिंह अभाविप काशी प्रांत के प्रांत मंत्री के रूप में नवनिर्वाचित
वाराणसी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपनी स्थापना के 75वें वर्ष में दिल्ली के 'बुराड़ी' स्थित 'डीडीए ग्राउंड' में आवासीय टेंट सिटी के रूप में बसाए गए 'इंद्रप्रस्थ नगर' में 7-10 दिसंबर को अपना 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन पूर्ण किया। अधिवेशन में 'गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं जीवंत परिसर हेतु उठाए जाएं ठोस कदम', 'वैश्विक कल्याणकारी भारतीय कूटनीति', 'स्वस्थ जीवनशैली अपनाये युवा' एवं 'विवेकशील विकास पर्यावरण संतुलन हेतु आवश्यक' जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्ताव पारित किया। राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतर्गत ही काशी प्रांत का अधिवेशन 8 दिसंबर को आयोजित हुआ, जिसमें डॉ. सुचिता त्रिपाठी एवं अभय प्रताप सिंह अभाविप काशी प्रांत के प्रांत अध्यक्ष एवं मंत्री के रूप में निर्वाचित किए गए।
अभाविप का राष्ट्रीय अधिवेशन कई मायनों में विशिष्ट रहा, अधिवेशन के पहले दिन अभाविप द्वारा शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ पर आयोजित की गई 'हिंदवी स्वराज यात्रा' का स्वागत एवं अभाविप के संस्थापक सदस्य 'दत्ताजी डिडोलकर प्रदर्शनी' का उद्घाटन किया तथा 8500 विद्यार्थियों के समूह द्वारा सामूहिक वंदे-मातरम् का गान किया गया। दूसरे दिन अभाविप के दिल्ली अधिवेशन का उद्घाटन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा किया गया, जिसमें उन्होंने खुद को अभाविप का ऑर्गेनिक प्रोडक्ट बताया और राष्ट्रोत्थान में अभाविप की भूमिका से सभी को अवगत कराया।
अधिवेशन के तीसरे दिन अभाविप कार्यकताओं द्वारा 4.5 किलोमीटर की एक भव्य शोभा-यात्रा निकाली गई, जिसमें भारत के हर कोने से सम्मिलित 10 हज़ार से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस शोभा यात्रा में लघु भारत का दर्शन हुआ। अधिवेशन के अंतिम दिन वरिष्ट पत्रकार रजत शर्मा द्वारा प्रो. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार से शरद विवेक सागर, लहरीबाई पडिया एवं डॉ. वैभव भण्डारी को सम्मानित किया गया। इसके उपरांत अभाविप की नवीन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की गई।
अभाविप द्वारा 75वें वर्ष को 'अमृत महोत्सव वर्ष' के रूप में आयोजित किया जा रहा है, इस वर्ष अभाविप की सदस्यता 50 लाख़ 65 हज़ार 264 हो गई है। अभाविप की यह ध्येय यात्रा अनेक संघर्षों की देन है, जिसके दम पर आज अभाविप यह विश्वव्यापी स्वरूप हम सबके समक्ष हैं। सभी विद्यार्थी परिसर तक पहुंचें, इसलिए एबीवीपी जनवरी से 'परिसर चलो अभियान' चलाएगी तथा एबीवीपी के नेतृत्व में विद्यार्थी श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा के दिन दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में राम मंदिर निर्माण एवं भारतीय संसद में पारित हेतु विधेयक नारी शक्ति वंदन अधिनियम को अभिनंदन करने हेतु प्रस्ताव पारित किए गए।
अभाविप काशी प्रांत की पुनर्निर्वाचित प्रांत अध्यक्षा डॉक्टर सुचिता त्रिपाठी वाराणसी महानगर की कार्यकर्ता हैं। वर्तमान में आर्य महिला पीजी कॉलेज में हिंदी विभाग के प्रोफेसर हैं। नवनिर्वाचित प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ता हैं तथा वर्तमान में उनकी शिक्षा राजनीति विज्ञान में शोध की काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से चल रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी प्रांत के प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह ने कहा कि,'अभाविप छात्रों के हित एवं उन्नयन हेतु सदैव ही कार्य करती रहती है। अभाविप के लिए राष्ट्रीय अधिवेशन मंथन, मंचन और मंत्रणा का मंच है; जो विचार-विमर्श, कला एवं रचनात्मकता तथा शिक्षा तथा राष्ट्र पुनर्निर्माण से जुड़े विषयों पर पूरे देश के प्रतिनिधियों को एक साथ सम्मिलन और सहभाग का अवसर देता है। अभाविप के राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित किए गए प्रस्ताव पर अभाविप साल भर काम करेगी, जिससे संबंधित विषयों पर भविष्य में सकारात्मक परिणाम नज़र आएंगे।'
इस प्रेस वार्ता में अभाविप SFD की राष्ट्रीय सह-संयोजक पायल राय, काशी प्रांत की प्रांत अध्यक्षा सुचिता त्रिपाठी, प्रांत मीडिया संयोजक अभिनव मिश्र उपस्थित रहे।
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