पहली वीमेन इन बायोलाजी कांफ्रेंस में बीएचयू की डा. चंदना बसु ने प्रस्तुत किया शोध, छात्राओं को प्रतिष्ठित वक्ताओं से वार्ता का मिला मौका
वाराणसी। सेंटर फॉर जेनेटिक डिसऑर्डरस, बीएचयू में कार्यरत वैज्ञानिक डॉ. चंदना बसु को पहली वीमेन इन बायोलॉजी कांफ्रेंस में अपना शोध प्रस्तुत के लिए चुना गया। दो दिवसीय सम्मेलन में देश भर की 16 अग्रणी महिला वैज्ञानिकों को वनस्पति विज्ञान, प्राणीशास्त्र, जीनोमिक्स, जैव सूचना विज्ञान और पोषण के क्षेत्रों के तहत अपने शोध प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
यह सम्मेलन तेलंगाना महिला विश्वविद्यालय, हैदराबाद के शताब्दी समारोह के अन्तर्गत आयोजित किया गया था। इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन डीबीटी की पूर्व सलाहकार डॉ. मीनाक्षी मुंशी ने किया। डॉ. बसु ने जीनोमिक्स के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता के साथ फिंगरप्रिंट पैटर्न पर अपना अध्ययन प्रस्तुत किया, वह अंतरराष्ट्रीय टीम का हिस्सा थीं।
इस सम्मेलन में स्नातकोत्तर छात्रों, स्नातक छात्रों, व्याख्याताओं और संकायों सहित 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया। सम्मेलन उच्च शिक्षा में अनुसंधान एवं विकास के महत्व पर एक पैनल चर्चा के साथ समाप्त हुआ जिसमे उद्योग में इसकी संभावनाओं पर चर्चा हुई। विज्ञान में महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए तेलंगाना और आसपास के विश्वविद्यालयों के लिए यह पहल अपनी तरह की पहली पहल थी।
इस कार्यक्रम के माध्यम से आयोजक कॉलेज की छात्राओं को पोस्टर और वार्ता के माध्यम से प्रतिष्ठित वक्ताओं के साथ बातचीत करने और भविष्य के रोल मॉडल को सामने लाने के लिए सशक्त बनाना चाहते थे।
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