डॉ बाला लखेन्द्र को रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड 2025 से सम्मानित

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काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग के वरिष्ठ सह आचार्य डॉ बाला लखेन्द्र को प्रतिष्ठित विर्गो रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें बेंगलुरु स्थित ज्योति इंस्टिट्यूट ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला “इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट क्लेम्स एस्टेब्लिशमेंट एंड पेटेंट ग्रांट” के दौरान प्रदान किया गया।

शोध में उत्कृष्ट योगदान

डॉ लखेन्द्र को यह पुरस्कार उनके शोध कार्यों में उत्कृष्ट योगदान और अकादमिक क्षेत्र में निरंतर नवाचार के लिए दिया गया। इस कार्यशाला में देश-विदेश के प्रख्यात शोधकर्ता और विद्वान शामिल हुए, जिसने इस सम्मान की गरिमा को और बढ़ाया।

वाराणसी में हाईवे पर भीषण हादसा, खड़े ट्रेलर से टकराई डीसीएम, चालक की मौत, तीन घायल  वाराणसी। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के रखौना गांव के पास सोमवार को हाईवे पर भीषण हादसा हुआ। प्रयागराज से वाराणसी की ओर जा रही दूध लदी एक डीसीएम अनियंत्रित होकर पहले से खराब होकर खड़े गिट्टी लदे ट्रेलर से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि डीसीएम का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और चालक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं तीन लोग घायल हो गए। सूचना के बाद पहुंची पुलिस घायलों को अस्पताल भेजने के साथ ही आवश्यक कार्रवाई में जुटी रही।   रखौना (मिर्जामुराद) गांव के समीप एनएच-19 पर एक गिट्टी लदा ट्रेलर खराब होने के कारण पहले से खड़ा था। सोमवार की सुबह कानपुर से दूध लादकर वाराणसी की ओर जा रही डीसीएम तेज रफ्तार में ट्रेलर के पिछले हिस्से से टकरा गई। हादसे में डीसीएम चालक, मैनपुरी जिले के बिसवन निवासी आलोक यादव (30 वर्ष, पुत्र रविन्द्र यादव) केबिन में फंस गया और घटनास्थल पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में कानपुर जिले के शिवरामपुर थाना के काकूपुर निवासी शिवम राठौर (20 वर्ष), गौरव कुमार (20 वर्ष) और गजेंद्र कुमार (22 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए।   ग्रामीणों की सूचना पर खजूरी चौकी इंचार्ज प्रीतम तिवारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने केबिन में फंसे घायलों को बाहर निकालकर पास के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। मृत चालक आलोक यादव के शव को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

व्याख्यान: बौद्धिक संपदा अधिकारों का वैश्विक परिदृश्य

इस अवसर पर डॉ बाला लखेन्द्र ने “इंटरनेशनल सिनेरियो ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स” विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने इस दौरान:

  • वैश्विक बौद्धिक संपदा अधिकारों की स्थिति

  • इससे जुड़ी चुनौतियाँ

  • भविष्य की संभावनाओं
    पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रतिभागियों ने उनके व्याख्यान को अत्यंत उपयोगी और प्रेरक बताया।

विश्वविद्यालय के लिए गौरव

डॉ लखेन्द्र को यह सम्मान प्राप्त होना काशी हिंदू विश्वविद्यालय और पत्रकारिता जगत के लिए गर्व का विषय है। विश्वविद्यालय समुदाय ने उन्हें इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं।

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