BHU में चिकित्सकों की हड़ताल जारी, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराईं, मरीजों के लिए बढ़ी दुश्वारी
वाराणसी। कोलकाता की घटना को लेकर चिकित्सकों की हड़ताल आठवें दिन मंगलवार को भी जारी रही। इसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। मंगलवार को ओपीडी तो खुली, लेकिन आधे से अधिक विभागों में कंसल्टेंट नहीं पहुंचे। इससे मरीजों के लिए दुश्वारी कम नहीं हुई। मरीज तीमारदारों के साथ सीनियर डाक्टरों का इंतजार करते रह गए।
दिन प्रतिदिन सर सुंदरलाल चिकित्सालय पहुंचने वाले मरीज और तीमारदारो की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं। कुछ मरीज ऐसे भी हैं, जिनको डाक्टर आज के आपरेशन का डेट दिए थे, लेकिन चिकित्सकों के न आने से दिक्कत हुई। मरीजों का कहना रहा कि हम इतने दूर से वाराणसी पहुंचे हैं, लेकिन यहां काफी दिक्कत हो रही है। सही से जानकारी भी नहीं मिल पा रही हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से टास्क फोर्स बनाने के बाद भी बीएचयू के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म नहीं हो रही है। हड़ताल कर रहे डॉक्टर ने बताया कि हमारे कुछ स्थानीय मुद्दे भी हैं, जिस पर कुलपति प्रोफेसर सुधीर जैन को हम लोगों से मिलना चाहिए और ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि अभी तक हम लोगों से बातचीत करने कोई भी सक्षम अधिकारी नहीं पहुंचा है जिस कारण हड़ताल लगातार जारी है।
रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि जब तक हम लोगों की बातें नहीं मान ली जाएंगी तब तक हड़ताल लगातार जारी रहेगी। कहा कि सैकड़ों की संख्या में डाक्टरों ने कैंडल मार्च निकाला। प्रदर्शन हो रहा है, लेकिन कुलपति तथा सक्षम अधिकारी अभी भी हम लोगों से मिलने नहीं आए हैं। हम लोग कुलपति आवास तक भी अपना विरोध दर्ज कर चुके हैं। दरअसल, बीएचयू में पूर्वांचल के साथ ही बिहार के मरीज भी उपचार कराने आते हैं। हालांकि डाक्टरों की हड़ताल की वजह से रोजाना सैकड़ों की तादाद में मरीजों व तीमारदारों को वापस लौटना पड़ रहा है।
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