डीएम ने स्वास्थ्य योजनाओं की जानी प्रगति, नो वर्क नो पे का दिया निर्देश
- बड़ागांव पीएचसी में कम संस्थागत प्रसव पर डीएम नाराज
- बोले, समय से स्टाफ का करा लें प्रशिक्षण, लापरवाही बर्दाश्त नहीं
- सीएमओ को समय-समय पर समीक्षा करने का दिया निर्देश
वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में शनिवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक विकास भवन सभागार में हुई। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बड़ागांव पीएचसी में कम संस्थागत प्रसव पर नाराजगी जताई। वहीं नो वर्क नो पे का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं/कार्यक्रमों में अपेक्षित प्रगति के साथ साथ वित्तीय प्रगति भी सुनिश्चित करें। ऑनलाइन सूचनाएं समय से अपलोड कराया जाए अन्यथा आगे से समीक्षा के दौरान खराब प्रगति पाए जाने पर संबंधित सीएचओ अथवा कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चिकित्साकर्मियों/ पैरा मेडिकल स्टाफ के निर्धारित प्रशिक्षण समय से करा लिए जाने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य कार्यक्रमों में वित्तीय प्रगति संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी अपने स्तर पर भी भौतिक प्रगति के साथ ही वित्तीय प्रगति सुनिश्चित किए जाने हेतु नियमित समीक्षा करें। आशाओं के रिक्त पदों को भरे जाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने, विश्व जनसंख्या दिवस के अंतर्गत परिवार कल्याण कार्यक्रम में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश, परिवार नियोजन के कार्यक्रमों को और प्रभावी ढंग से चलाने के निर्देश, आशाओं का समय से भुगतान भी समयानुसार करने पर जोर दिया।
कहा कि सीएचओ अपना पी.वी.आई. प्रत्येक माह में पत्र पोर्टल पर नहीं भरता है तो उसका उस माह में एक दिन का वेतन रोक दिया जाए। पीवीआई का भी भुगतान प्रत्येक माह सुनिश्चित किया जाए। सभी कार्यक्रमों में प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न करा लिया जाए। उसके लिए कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी जिम्मेदारी लें। सभी कमीटेड कार्यो का भुगतान प्रत्येक दशा में 30 जुलाई तक अवश्य कर दिया जाए। रोगी कल्याण समिति में जो भी धनराशि चिकित्सालयों को आवंटित की गई है, उसे चिकित्सालय के सुदृढ़ीकरण में खर्च कर रोगियों की सुविधाएं भी बढ़ाई जाएं। शहरी सीएचसी मिसिरपुर, सारनाथ और शिवपुर में कम खर्च होने पर चेतावनी दी जाए।
आशा कार्यकर्ताओं के सभी रिक्त पदों को भरा जाए। जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान पिछले वर्ष की अपेक्षा कम उपलब्धि के लिए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी को इसमें वृद्धि करने का निर्देश दिया। पीएचसी बड़ागांव में कम प्रसव पूर्व जांच पाए जाने पर रोष व्यक्त किया। जिला लेखा प्रबंधक जगदीश मौर्य को 'नो वर्क नो पे' पर वेतन न दिए जाने का निर्देश दिया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत कर्मियों, जिनका कार्य संतोषजनक नहीं है उनको नोटिस दिया जाए। सीडीओ हिमांशु नागपाल ने समस्त एमओआईसी को निर्देश दिया कि वीएचएसएनडी के अंतर्गत सैम बच्चों का प्रबंधन को लेकर छह प्रकार की मेडिसिन का वितरण एएनएम और सी एच ओ के माध्यम से कराया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों पर विटामिन ए सिरप अगले तीन दिनों में उपलब्ध कराया जाए। सीडीओ ने शहरी नोडल अधिकारी को जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा पर लक्ष्य के सापेक्ष कम उपलब्धि के लिए वेतन रोकने का निर्देश दिया।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी और जिला कार्यक्रम प्रबंधक संतोष कुमार सिंह ने समस्त प्रगति रिपोर्ट पर विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर स्वास्थ्य समेत अन्य विभागों के अधिकारी, डब्ल्यू एच ओ एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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