बीएचयू में आंकड़ों पर अध्ययन, शुरू होगा डेटा साइंस एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग कोर्स, इंडस्ट्री में एक्सपर्ट्स की डिमांड
वाराणसी। बीएचयू में डेटा साइंस एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग कोर्स की शुरूआत होगी। इसके लिए 2018 से संचालित कंप्यूटेशनल साइंस एंड एप्लीकेशन कोर्स में बदलाव किया गया है। पीजी कोर्स का स्वरूप बदल दिया गया है। उद्योग जगत में डेटा एक्सपर्ट्स की बढ़ती डिमांड को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन अगले साल से कोर्स शुरू करने की तैयारी में है।
अगले शिक्षा सत्र से डेटा साइंस एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग नामक नया कोर्स शुरू होगा। इसमें छात्रों को डेटा का संयोजन और प्रस्तुतीकरण की पद्धति सिखाई जाएगी। विज्ञान केंद्र की बोर्ड बैठक में कोर्स को स्वीकृति मिल गई है। बीएचयू की हाईपावर कमेटी को फाइल भेजी गई है। कोर्स के बेहतर संचालन के लिए शिक्षकों का विशेष पैनल तैयार हो रहा है।
डेटा साइंस एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स की क्लास गणित, सांख्यिकी व कंप्यूटर साइंस के एक्सपर्ट लेंगे। छात्रों को इसकी बारीकी सिखाएंगे। देश के कई विश्वविद्यालयों में वैसे डेटा साइंस के नाम से कोर्स चल रहे हैं, लेकिन डेटा साइंस के साथ साइंटिफिक कंप्यूटिंग की पढ़ाई बीएचयू में पहली बार होने वाली है। छात्रों को अपने अंतिम सेमेस्टर में उद्योगों को नजदीक से समझने का अवसर प्राप्त होगा। छह महीने तक उन्हें अनिवार्य रूप से विभिन्न कंपनियों में भेजा जाएगा, जहां उन्हें कोर्स का प्रायोगिक ज्ञान भी मिलेगा। अंतरविषयक गणितीय विज्ञान केंद्र के प्रोफेसर मंजरी गुप्ता के अनुसार डेटा साइंस का कोर्स शुरू करने की मांग काफी दिनों से हो रही है। अगले साल से कोर्स शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।
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