अस्सी घाट पर हनुमान चालीसा पाठ का अनवरत पाठ, सेना की विजय और आतंकवाद के नाश की प्रार्थना

हनुमान चालीसा पाठ का उद्देश्य
जय मां गंगा सेवा समिति के सदस्यों ने बताया कि हनुमान चालीसा का यह अनवरत पाठ भारत से आतंकवाद के समूल नाश, भारत के विश्व गुरु बनने, और भारतीय सेना की विजय के लिए शुरू किया गया है। समिति के अध्यक्ष बलराम मिश्रा ने कहा, "हम बाबा विश्वनाथ, माता अन्नपूर्णा, और संकट मोचन से प्रार्थना करते हैं कि भारतीय सेना का अदम्य साहस और शौर्य निरंतर बढ़े। जब तक यह युद्ध चलेगा, विजय श्री की कामना के साथ हनुमान चालीसा पाठ जारी रहेगा।"
भक्ति और राष्ट्रवाद का माहौल
अस्सी घाट पर गंगा आरती के समय शुरू हुए हनुमान चालीसा पाठ ने पूरे वातावरण को भक्ति रस में डुबो दिया। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं, और पुरुष सभी भक्ति और राष्ट्रप्रेम की भावना में डूबे नजर आए। श्रद्धालुओं ने भारतीय सेना की विजय और देश की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। समिति के सदस्यों ने कहा कि यह पाठ न केवल सेना का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट करने का संदेश भी देगा।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें 90 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इस कार्रवाई ने भारत-पाकिस्तान तनाव को बढ़ा दिया है। देश भर में सेना के प्रति समर्थन और आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।
हनुमान चालीसा पाठ के दौरान जय मां गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष बलराम मिश्रा, श्रवण मिश्रा, यश चतुर्वेदी, विकास पांडे, और हनुमान सेवा के अध्यक्ष व संस्थापक सुधीर सिंह मारकंडे सहित सैकड़ों बटुक और श्रद्धालु उपस्थित रहे।