नाइट मार्केट में कार्रवाई पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सरकार को घेरा, बोले काशीवासियों से किया गया छल

वाराणसी। काशी के चौकाघाट से लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे बने नाइट मार्केट प्रोजेक्ट को लेकर अब राजनीतिक बवाल तेज हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि काशीवासियों के साथ सरकार ने छल किया। इसका हिसाब काशीवासी सरकार से जरूर लेंगे।
उन्होंने कहा कि 11 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया नाइट मार्केट प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया गया था, जिसका उद्देश्य था स्थानीय ठेला-पटरी व्यापारियों और बेरोजगारों को रोज़गार देना। लगभग 83 स्टॉल्स बनाए गए, रंगीन लाइटिंग, फुटपाथ, छतरी सज्जा जैसी सुविधाएं जोड़ी गईं। लेकिन मात्र दो वर्षों में यह परियोजना उजाड़ने की कगार पर पहुंच गई है।
अजय राय ने आरोप लगाया कि दुकानदारों को पहले बसाया गया और अब उजाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा, "मोदी-योगी सरकार ने काशी की जनता से छल-कपट किया है, दुकानदारों के गिरे एक-एक आँसू का हिसाब काशीवासी करेंगे। यह मेरे परिवार के लोग हैं और इनके साथ सरकार ने जो किया है, वह निंदनीय है।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि 11 करोड़ की योजना में केवल 5-6 करोड़ का वास्तविक निर्माण हुआ, बाकी रकम कथित तौर पर कमीशनबाज़ी में चली गई। उन्होंने कहा कि न तो दुकानदारों को कोई वैकल्पिक जगह दी गई, न मुआवज़ा और न ही कोई भविष्य की योजना।
अब चर्चा है कि पुराने नाइट मार्केट की जगह 10 करोड़ रुपये की लागत से एक नया सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट लाया जा रहा है, जिसमें पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था, रोशनी और सजावट पर ज़ोर होगा। अजय राय ने सवाल उठाया कि जब पुरानी योजना दो साल भी नहीं चली, तो क्या इस नई योजना का भी वही हश्र नहीं होगा?
उन्होंने मांग की कि इस परियोजना की निष्पक्ष जांच हो और यह स्पष्ट किया जाए कि 11 करोड़ रुपये कहाँ खर्च हुए। साथ ही उजाड़े गए दुकानदारों को वैकल्पिक स्थान और रोजगार सुनिश्चित किया जाए। अजय राय ने पीएम से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप की मांग की।