मुख्य विकास अधिकारी ने की पशुपालन विभाग की वर्चुअल समीक्षा बैठक, दिए महत्वपूर्ण निर्देश

मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए प्रत्येक विकासखंड को 80-80 गोवंश को संरक्षित करने का लक्ष्य आवंटित किया। साथ ही, ऐसी गौशालाएं जहां 15 से कम गोवंश संरक्षित हैं, उन्हें अन्य गौशालाओं में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए।
गौशालाओं में संरक्षित गोवंशों के ठंड से बचाव के लिए पहनाए गए काऊकोट को अगले वर्ष के लिए सुरक्षित रखने को कहा गया। इसके अतिरिक्त, गौशालाओं की आधारभूत संरचना को पूर्ण करने और आगामी गर्मी के मौसम के लिए पंखे व सोलर पैनल की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए, जिससे गोवंशों को गर्मी से राहत मिल सके।
बैठक में विकासखंड पिंडरा में संचालित थाना गौशाला को "आदर्श गौशाला" बनाने की योजना पर भी चर्चा हुई। इसके तहत, जनपद की अन्य गौशालाओं से दुधारू गोवंशों का चयन कर उन्हें थाना गौशाला में भेजने का निर्णय लिया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने विभागीय कार्यक्रमों, जैसे कृत्रिम गर्भाधान व चिकित्सा सेवाओं की लक्ष्य पूर्ति फरवरी माह के अंत तक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने हेतु प्रत्येक पशु चिकित्सालय को 30-30 अतिरिक्त लक्ष्य आवंटित किया गया।
इस बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन से पशुपालन विभाग की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद मिलेगी और जिले में पशुधन प्रबंधन को और अधिक सुदृढ़ किया जा सकेगा।