बीएचयू में आयोजित मुक्केबाजी प्रतियोगिता में अव्यवस्थाओं का आरोप, खिलाड़ियों ने किया हंगामा
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एम्फी थियेटर मैदान में आयोजित 68वीं प्रादेशीय विद्यालयीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की। प्रतियोगिता में कुल 415 खिलाड़ी शामिल हुए हैं, जिसमें 115 बालिकाएं और 300 बालक खिलाड़ी हैं। हालांकि, प्रयागराज से आई महिला मुक्केबाजों ने रहने और खाने की समुचित व्यवस्था न होने का आरोप लगाकर विरोध जताया। वहीं, कानपुर की टीम ने भी पक्षपात का आरोप लगाया।
प्रयागराज टीम की कोच स्वाती ने आयोजकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि खिलाड़ियों को शौचालय के पास रहने का कमरा दिया गया, जो अस्वच्छ और रहने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें बरामदे में सोने के लिए मजबूर होना पड़ा। स्वाती ने यह भी कहा कि खिलाड़ियों को समुचित भोजन और आराम न मिलने से उनके प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ेगा। खिलाड़ी सूची पाल ने भी शिकायत की कि रहने और खाने की व्यवस्था बेहद खराब है, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल गिर रहा है। शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
कानपुर से आए अमर कुमार ने बताया कि उनकी टीम के साथ छह कोच आए थे, लेकिन आयोजक मंडल की ओर से केवल एक कोच ही मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के साथ न्याय नहीं हो रहा है और कई खिलाड़ी, जो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे रहे थे, बिना किसी कारण के डिसक्वालिफाई कर दिए गए। खिलाड़ियों का कहना है कि उनके पास इस बारे में वीडियो और फोटो प्रमाण भी हैं, लेकिन शिकायत दर्ज कराने पर आयोजकों ने 1000 रुपये जमा करने की शर्त रखी।
वहीं, आयोजक मंडल के सदस्य संजीव कटिहार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि खिलाड़ियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि 1000 रुपये जमा करने का नियम आपत्तियों के निपटारे के लिए है, जिसमें अगर आपत्ति सही पाई जाती है तो राशि वापस कर दी जाती है, और अगर गलत पाई जाती है तो राशि जब्त कर ली जाती है।
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