BHU छात्र संगठनों ने लोकसभा चुनाव के लिए रखी 20 सूत्रीय मांग, आईआईटी छात्रा से दुष्कर्म का मुद्दा उठाया
वाराणसी। बीएचयू के छात्र संगठनों ने लोकसभा चुनाव के लिए 20 सूत्रीय मांगें रखी है। आईसा, एनएसयूआई, समाजवादी छात्र सभा, एसएफ ने छात्रसंघ भवन में संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस दौरान आईआईटी बीएचयू छात्रा संग सामूहिक दुष्कर्म का मुद्दा उठाया।
छात्र संगठन के पदाधिकारियों का कहना रहा कि सरकार की ओर से शैक्षणिक संस्थानों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। पिछले दिनों IIT छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के आरोपियों को शासन प्रशासन द्वारा उन्हें 60 दिनों तक बचाया गया, क्योंकि आरोपी सत्ता दल से जुड़ाव रखते थे। बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार कठुआ,उन्नाव,बिलकिस बानो, महिला पहलवानों से लेकर BHU तक अपराधियों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। सरकार छात्र छात्राओं के साथ धोखा कर रही है। महंगी शिक्षा देश भर के गरीब, वंचित समुदाय के छात्र छात्राओं की पढ़ाई में बाधक बन गई है। महंगी व निम्न गुणवत्ता वाली शिक्षा, बढ़ती बेरोजगारी आदि समस्याएं समस्त छात्र छात्राओं का प्रमुख मुद्दा है।
कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 शिक्षा के निजीकरण का मसौदा है। सरकार की ओर से वित्तीय स्वायत्ता के नाम पर शैक्षणिक संस्थानों पर फीस बढ़ाने का दबाव बनाया जा रहा है। इससे विश्वविद्यालय में सेल्फ फाइनेंस कोर्स और पेड सीट की संख्या बढ़ाकर छात्र छात्राओं से लाखों रुपये वसूला जा रहा है। हरियाली और पर्यावरण को मशहूर BHU कैम्पस में विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारी और ठेकेदारों द्वारा पेड़ो की कटाई अंधाधुन तरीके से हो रही है। विश्वविद्यालय के संसाधनों का इस्तेमाल BJP और RSS नेताओं के कार्यक्रम के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा छात्र संगठनों ने अन्य मुद्दे उठाए।
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