BHU: संगीत एवं मंच कला संकाय में गुरुवार को संगीत सभा का आयोजन, युवा कलाकारों ने दी सुमधुर प्रस्तुतियां
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संगीत एवं मंच कला संकाय के ओर से पंडित ओंकारनाथ ठाकुर सभागार में गुरुवासरीय संगीत सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में संगीत के युवा और प्रतिष्ठित कलाकारों ने अपनी भावपूर्ण प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत सभा की शुरुआत माँ सरस्वती, पंडित मदन मोहन मालवीय और पंडित ओंकारनाथ ठाकुर को विशिष्ट जनों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित करके की गई। इसके बाद संकाय प्रमुख प्रो. संगीता पंडित ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम का आरंभ गायन विभाग के प्रियांशु घोष, शामइता पंजा और श्रीदेवी शरवानी द्वारा प्रस्तुत "श्री राम चंद्र कृपालु भजमन" से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इसके बाद पखावज वादन की प्रस्तुति हुई, जिसमें वैभव रामदास ने गणेश परण और 14 मात्रा की रचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ सारंगी पर अनीश मिश्रा ने संगत किया।
द्वितीय प्रस्तुति में शास्त्रीय गायन की मनोहारी प्रस्तुति दी गई, जिसमें युवा गायिका अलंकृता राय ने राग चंद्रकौंस की सुमधुर प्रस्तुति से श्रोताओं का मन मोह लिया। उन्होंने विलंबित एक ताल में "सोचत माही ठाडी अकेली", तीन ताल में "सोवन दे निदिया माई" और द्रुत एक ताल में "चंद्र बदन चपल चतुरी" का सजीव गायन किया। इसके बाद उन्होंने बोल बनाव की ठुमरी "ना मानूंगी लाल तोड़ी बिनती" से कार्यक्रम का समापन किया। अलंकृता के साथ तबला संगति पंकज राय ने और संवादिनि पर डॉ. इंद्रदेव चौधरी ने सधी हुई संगत प्रदान की।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. रामशंकर और आयोजन सचिव डॉ. निखिल भगत थे, जबकि संचालन अपर्णा पांडेय ने किया। अंत में, अपर्णा पांडेय ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। विशिष्ट अतिथियों में प्रो. राजेश शाह, प्रो. प्रवीण उद्धव, डॉ. प्रेम किशोर मिश्रा और डॉ. कुमार अमरीश चंचल सहित संकाय के सदस्य और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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