काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मनाई गई डॉ. हैनिमैन की 270वीं जयंती, होमियोपैथिक ओपीडी की स्थापना का लिया संकल्प

कार्यक्रम की अध्यक्षता बीएचयू के प्रतिष्ठित हृदय रोग विशेषज्ञ प्रो. ओमशंकर ने की, जबकि उद्घाटन वरिष्ठ होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. आर.के. भाटिया ने दीप प्रज्वलन और डॉ. हैनिमैन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार में आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्रा 'दयालु गुरु' थे और विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षा संकाय प्रमुख प्रो. अंजली वाजपेई मंचासीन रहीं।
इस अवसर पर विलमर स्वाबे इंडिया के प्रबंधक राजेश दीक्षित की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी प्रभावशाली बना दिया। साथ ही, उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित डॉ. के.के. शुक्ला ने होमियोपैथिक की वैज्ञानिकता और इसके निरंतर अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई, जिसके पश्चात सभी चिकित्सकों और डीलरों ने संकल्प लिया कि जब तक बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में होमियोपैथिक ओपीडी की शुरुआत नहीं हो जाती, वे इसके लिए निरंतर प्रयास और संघर्ष करते रहेंगे। प्रो. ओमशंकर ने भरोसा दिलाया कि वे इस अभियान में हर संभव सहयोग करेंगे।
प्रो. अंजली वाजपेई ने कहा कि एशिया के इस ऐतिहासिक विश्वविद्यालय में होमियोपैथिक ओपीडी की स्थापना बेहद आवश्यक है, ताकि गरीब और जरूरतमंद मरीजों को कम खर्च में इलाज उपलब्ध हो सके। वहीं, डॉ. के.के. शुक्ला ने होमियोपैथिक को विज्ञान का एक सशक्त माध्यम बताते हुए इसमें निरंतर रिसर्च की आवश्यकता जताई।
मुख्य अतिथि दयाशंकर मिश्रा ने भी ओपीडी की स्थापना में हर संभव मदद का आश्वासन दिया और कहा कि इस आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि वाराणसी और चंदौली के चिकित्सक और डीलर्स मानवता की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. अशोक कुमार वर्मा को होमियोपैथिक चिकित्सा में उत्कृष्ट योगदान के लिए 'डॉ. सैमुअल हैनिमैन मेमोरियल अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया। इसके अलावा शशि वार्ष्णेय, रामबाबू रस्तोगी, डॉ. पंकज गुप्ता समेत कई चिकित्सकों और डीलर्स को भी सम्मानित किया गया।
समारोह में सतीश सिंह, हीरक मुखर्जी, विवेक जायसवाल, घनश्याम गुप्ता, अजय सिंह, डॉ. अमित कुमार, डॉ. सौरभ गुप्ता, संजय ओझा, वृजेश कसेरा, सुमित दूबे, डॉ. ऋषि गांधी, डॉ. प्रतिमा सिन्हा, अजय शर्मा, राजेश मौर्य और रवि पांडेय जैसी प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष बना दिया।
वाराणसी होमियोपैथिक डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि भारत के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी गैर सरकारी संस्था ने इतने खराब मौसम के बावजूद इतना बड़ा आयोजन किया है, जो आने वाले समय में एक मिसाल के रूप में याद किया जाएगा।