सावन में बाबा कालभैरव का हुआ हिम श्रृंगार, झांकी देख गदगद हुए भक्त, 101 बर्फ की सिल्लियों से सजा बाबा का दरबार
वाराणसी। काशी के कोतवाल श्री श्री 1008 बाबा काल भैरव नाथ जी का वार्षिक हिम श्रृंगार की झांकी मंगलवार को भव्य रूप से सजायी गयी। देर रात तक भक्तों ने बाबा के चरणों में हाजिरी लगायी और जीवन मंगल की कामना की। बाबा के हिम श्रृंगार में भक्तों की काफी भीड़ उमड़ी रही। कतारबद्ध होकर भक्तों ने बाबा का दर्शन पूजन किया।
मंदिर के पुजारी व सेवक पवन उपाध्याय के नेतृत्व में मंगलवार की सुबह बाबा का पंचामृत से स्नान कराया गया। इसके पश्चात सिंदूर व तेल का लेपन पर चोला चढ़ाया गया, विभिन्न सुगंधित पुष्पों से बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया। मंगलाआरती के बाद मंदिर का पट आम भक्तों के लिए खोल दिया गया। सुबह से ही बाबा के दर्शन को भक्तों का तांता लगा रहा। इस दौरान कोलकाता से आए हुए कारीगरों द्वारा देशी विदेशी फूलों से पूरे मंदिर को सजाया गया था।
मंदिर की अद्भूत झांकी लोगों को अपनी ओर आकर्षण करती रही। इसके साथ ही 101 बर्फ के सिल्ली से बाबा का गर्भगृह के साथ ही पूरे मंदिर को भव्य रूप सजाया गया। इस दौरान छप्पन भोग व एक सौ आठ शीशी महाप्रसाद, गांजा,भांग धतूरा से आकर्षक सजावट किया गया। रजत आभूष से बाबा का भव्य सजावट किया गया। पवन उपाध्याय ने बताया कि प्रति वर्ष सावन माह में बाबा का हिम श्रृंगार किया जाता है बाबा के इस स्वरुप के दर्शन मात्र से प्राणी के जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। शाम को कलाकारों की ओर से भजनों की प्रस्तुति की गयी। इस दौरान मंदिर के अन्य लोग शामिल उपस्थित रहें।
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