ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक पर टेस्ट देकर पास होंगे तभी बनेगा लाइसेंस, अब नहीं चलेगी मनमानी
वाराणसी। ड्राइविंग लाइसेंस (Driving licence) बनवाने में अब मममानी नहीं चलेगी। चालकों को करौंदी स्थित आईटीआई (ITI) परिसर में बने ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल के आटोमॉटिक ड्राइविंग ट्रैक (Automatic driving track) पर टेस्ट देना होगा। कार निर्माता कंपनी ने इस पर काम शुरू कर दिया है। जुलाई से ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक पर टेस्ट की प्रक्रिया जुलाई से शुरू हो जाएगी।
अभी मैनुअल ड्राइविंग टेस्ट की प्रक्रिया चालू है। कुछ लोग टेस्ट में पास नहीं हो पाते हैं, फिर भी उनका लाइसेंस बिचौलियों की मदद से बन जाता है। अब इस व्यवस्था पर रोक लगाने और सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने मारुति को टेस्ट की जिम्मेदारी दी है।
ऐसे होगा टेस्ट
ड्राइविंग ट्रैक टेस्ट के लिए ट्रैक को दो हिस्सों में बांट दिया गया है। एक हिस्सा दो पहिया व दूसरा हिस्सा चार पहिया वाहनों के लिए होता है। ट्रैक पर एडवांस तकनीकी की मशीनें लगाई गई हैं। सेंसर लाइट भी लगाई जाएगी। टेस्ट देते समय यदि चालक गलत ड्राइविंग करेगा तो सेंसर लाइट तुरंत बता देगी।
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