महंगी बिजली व रोजगार के मुद्दे को लेकर अपना दल कमेरावादी का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ बुलंद की आवाज़
धरने की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महंगी बिजली ग्रामीण गरीबों और शहरी मध्यम वर्ग के लिए गंभीर समस्या बन गई है। बिजली विभाग, जो अब निजीकरण के अधीन आ चुका है, उपभोक्ताओं से भारी वसूली कर रहा है। स्मार्ट मीटर की गलत रीडिंग और जबरन वसूली आम होती जा रही है, जिससे जनता का आक्रोश प्रदेश सरकार के खिलाफ बढ़ता जा रहा है।
वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि ग्रामीण गरीबों के लिए रोजगार गारंटी अधिनियम का कड़ाई से पालन किया जाना आवश्यक है। मनरेगा में काम की गारंटी के साथ ₹600 प्रतिदिन की मजदूरी दी जानी चाहिए, जिससे बेरोजगारी पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सके। इसके अलावा, किसानों को लागत मूल्य पर कृषि यंत्र, खाद, बीज, कीटनाशक दवाएं, बिजली और डीजल उपलब्ध कराए जाने की मांग की गई। B.Ed, बीटीसी शिक्षकों, शिक्षामित्रों, रोजगार सेवकों, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए ठोस नीति बनाकर उन्हें स्थाई सरकारी नौकरी देने की भी मांग की गई।
कार्यक्रम का संचालन जिला महासचिव गौरीशंकर पटेल ने किया। इस मौके पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजेश पटेल, रामलाल पटेल, राजेश प्रधान, अभय पटेल, राजकुमार, शिवशंकर पटेल, मिठाई लाल पटेल, रवि प्रकाश पटेल, संजय पटेल, भैयालाल, रामजीत पटेल, अशोक पटेल, शमशेर बहादुर पटेल, प्रमोद पटेल, प्रभु पटेल, उमाशंकर पटेल, श्यामरथी पटेल, प्रेम चंद पटेल, लल्लन पटेल, अवध नारायण, जियूत पटेल, बाबूलाल और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।