स्वामी हरसेवानन्द पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव नागरी नाटक मंडली में संपन्न
वाराणसी। स्वामी हरसेवानन्द पब्लिक स्कूल शाखा जगतगंज, वाराणसी का वार्षिकोत्सव किसलय-7 का आयोजन दिनांक 24 नवंबर को नागरी नाटक मंडली, वाराणसी में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। किसलय-7 का शुभारम्भ विद्यालय के प्रबन्धक बाबा प्रकाश ध्यानानंद एवं मुख्य अतिथि डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु आयुष खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तर प्रदेश सरकार के कर कमलों द्वारा माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन से हुआ।
कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर तथा बैच लगाकर किया गया। रेखा यादव द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। स्वागत भाषण के उपरान्त वार्षिकोत्सव का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रमों की प्रस्तुति में कक्षा प्ले-ग्रुप से लेकर कक्षा-12 तक के छात्र-छात्राओं ने अपनी कला व प्रतिमा का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के परम्परा 'कुलगीत' नृत्य से हुआ। जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपने विद्यालय के गौरव एवं सस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत कर ज्ञान की दिव्य एवं पावन धारा का प्रचार-प्रसार किया। तदुपरान्त विद्यालय की प्रधानाचार्या रचना अग्रवाल द्वारा सत्र 2022-23 की विद्यालयी गतिविधियों से संदर्भित वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया। इसी क्रम में गणेश वंदना, किड्स डांस तथा 'दिल है छोटा सा' नृत्य ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उसके पश्चात् 'मोबाइल एडिक्शन' नृत्य कक्षा 1 व 2 के बच्चों द्वारा प्रस्तुत किया गया। जिसने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि दुर्घटना के समय हम मोबाइल से वीडियो न बना कर सबसे पहले दुर्घटनाग्रस्त लोगों की सहायत करें। इसी क्रम में प्रादेशिक लोक नृत्य जिसमें महाराष्ट्र का लावनी, गुजरात का गरबा तथा पंजाब का भांगड़ा प्रस्तुत किया गया। जिसने लोगों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
तदुपरान्त कक्षा 3 से 7 तक विद्यार्थियों द्वारा 'लाकडाउन नृत्य' की प्रस्तुति की गयी। इस 'लॉकडाउन ने किस तरह शिक्षक, अभिभावक तथा छात्रों को प्रभावित किया यह दर्शाया गया। इसी क्रम में विद्यालय के सीनियर छात्रों द्वारा हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया गया। जिसमें हनुमान जी का श्रीराम के प्रति भक्ति को दर्शाया गया। इस नृत्य नाटिका ने तो पूरे सभागार को ही राममय कर दिया। इसी क्रम में बच्चों द्वारा एक 'माइम एक्ट' प्रस्तुत किया गया, जिसमें बाल मजदूरी के बारे में दर्शाया गया। अंत में देशभक्ति से ओत-प्रोत एक नृत्य तथा सामूहिक गान भी प्रस्तुत किया गया जो सराहनीय था। सभी कार्यक्रमों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया और उन्हें जीवन व नैतिक मूल्यों से जुड़े संदेश ही नहीं दिए बल्कि लोगों को उत्सुकतावश कार्यक्रम देखने और मनोरंजन का भी असवर दिया और लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि ने बच्चों की अद्भुत प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद एवं उनकी रुचि व प्रतिभा के आधार पर उनकी सृजनात्मक क्षमता को उभारने की भी आवश्यकता है। जिससे बच्चों की बहुमुखी प्रतिभा का सही दिशा में विकास हो सके और यह विद्यालय प्रारम्भ से ही इसी सोच के साथ प्रगति के पथ पर अग्रसारित है। मुख्य अतिथि के कर -कमलो द्वारा विद्यालय के बहुमुखी छात्र एवं छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किया गया ।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शाखाओं के प्रधानाचार्य क्रमशः चन्द्रशेखर सिंह (गड़वाघाट), डॉ. अजय कुमार चौबे (बनपुरवा), ए.के. वर्मा (चुर्क), एस. के. चौबे (चुर्क महाविद्यालय), नीरज श्रीवास्तव (धोरावल) एवं विद्यालय के सभी शिक्षकगण उपस्थित थे।
धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय की क्वार्डिनेटर बीना उपाध्याय एवं कार्यक्रम का संचालन अर्चित पाण्डेय तथा अंशिका जायसवाल ने किया।
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