मुकदमे से नाराज काशी विद्यापीठ के छात्रों ने प्रशासनिक भवन पर दिया धरना, लगाए तमाम आरोप
वाराणसी। फूल विक्रेताओं के साथ विवाद के बाद मारपीट की घटना के बाद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे आक्रोशित छात्रों ने मंगलवार को प्रशासनिक भवन पर धरना दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने समझाकर छात्रों को शांत कराया। इसके बाद छात्रों ने धरना समाप्त किया।
18 अगस्त को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गेट नंबर 3 पर फूल मंडी के फूल विक्रेताओं और छात्रों के बीच जमकर पथराव और मारपीट हुई थी। इसमें कई लोग चोटिल हो गए थे। वहीं कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। मामले में पुलिस ने छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया है। इसकी जानकारी होने पर छात्र आक्रोशित हो गए। इसको लेकर छात्रों ने मंगलवार को प्रशासनिक भवन पर धरना दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया। छात्रों का कहना रहा कि काशी विद्यापीठ के गेट नंबर तीन पर फूल मंडी के व्यापारियों की ओर से अवैध रूप से पार्किंग की जाती है। वहां दर्जनों की संख्या में बाइकें और गाड़ियां खड़ी कर दी जाती हैं।
18 तारीख को जब विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड ने इसका विरोध किया, तो फूल व्यापारियों ने मारपीट की। बीचबचाव करने गए छात्रों और सुरक्षा अधिकारी पर भी छात्र हमलावर हो गए। छात्रों के साथ मारपीट की गई। वहीं पुलिस ने उल्टे ही छात्रों पर मुकदमा दर्ज कर दिया। यह सरासर गलत है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने छात्रों के ऊपर मुकदमा वापस लेने का भरोसा दिलाया। इसके बाद छात्रों ने धरना समाप्त किया। इस दौरान शिवम तिवारी, आशुतोष तिवारी हर्षित, अनुराग राय, आयुष यादव, ओम आकाश मौर्या, तान्या पाण्डेय, आराध्या डूबें, आलोक कुमार, अभिषेक विश्वकर्मा, सिद्धार्थ यादव, मुलायम सिंह, अंकित दुबे आदि रहे।
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