वाराणसी में अक्षय नवमी पर आंवले के वृक्ष का पूजन, 23 साल पहले रोपे गए पौधे ने लिया वृक्ष का रूप

WhatsApp Channel Join Now

वाराणसी। असि स्थित गोयनका संस्कृत विद्यालय में अक्षय नवमी के अवसर पर जागृति फाउंडेशन द्वारा आंवले के एक वृक्ष का विधिपूर्वक पूजन किया गया। यह आंवला का पौधा 2001 में फाउंडेशन के सदस्यों ने लगाया था, जो अब एक विशाल पेड़ का रूप ले चुका है। इस विशेष आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में लोक भूषण से सम्मानित डॉ. जयप्रकाश मिश्रा और समाजसेवी अनुराग पांडे उर्फ छोटू उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया गया और पूजन की विधि को सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी अभिषेक तिवारी ने संपन्न कराया।

VNS

डॉ. जयप्रकाश मिश्रा ने आंवले के वृक्ष को देव वृक्ष बताते हुए इसे भगवान विष्णु का स्वरूप माना और कहा कि अक्षय नवमी के दिन आंवले के पूजन से सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं। समाजसेवी अनुराग पांडे ने इसे सौभाग्यशाली दिन बताया, जिस पर आंवले के वृक्ष का पूजन करने से हर कार्य को अक्षय फल मिलता है। उन्होंने देश की उन्नति और समृद्धि की कामना के साथ इस वृक्ष की पूजा की।

VNS

जागृति फाउंडेशन के महासचिव और कार्यक्रम के संयोजक रामयश मिश्र ने बताया कि यह पौधा उन्होंने 2001 में पुत्रवत रोपा था और अब 23 वर्षों बाद यह एक बड़े वृक्ष के रूप में लहलहा रहा है और फल भी दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह देखकर गर्व होता है कि एक छोटा पौधा आज विशाल वृक्ष बनकर समाज को आशीर्वाद दे रहा है।

इस अवसर पर नवीन सेवा समिति के सदस्य नवीन बाजपेई, अभिषेक तिवारी, श्रवेश चौबे और अविजीत सिंह भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस अनुष्ठान में भाग लिया।
 

Share this story