BHU में कृषि स्टार्टअप कान्क्लेव, उच्च प्रोटीनयुक्त चावल की किस्मों के बारे में बताया, नवाचार पर चर्चा
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह कृषि विज्ञान संस्थान कृषि अर्थशास्त्र विभाग की ओर से दो दिवसीय कृषि स्टार्टअप कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. सुधांशु सिंह ने किया। उन्होंने उच्च प्रोटीनयुक्त चावल की किस्मों पर प्रकाश डाला। साथ ही नवाचारों को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो कृषि क्षेत्र में नवाचार, तकनीकी प्रगति, और उद्यमिता की उर्जा को समृद्धि में मदद करने के लिए समर्पित है। इससे किसानों, उद्यमियों और तकनीकी विशेषज्ञों को एक साथ आने का एक मंच प्रदान करेगा। जहां वे अपने विचारों, प्रतिभागता की अपेक्षाओं और समस्याओं को साझा कर सकते हैं। विशिष्ट अतिथि निशा निरंजन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, वीएन ऑर्गनिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि कृषि हमारे देश की आत्मनिर्भरता में एक कुंजी है। इस क्षेत्र में नवाचारिक सोच और तकनीकी विकास से ही हम सही दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। इस आयोजन के माध्यम से हम एक-दूसरे से सीधे जुड़कर समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं और कृषि क्षेत्र को एक नई ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं।
उन्होंने अपने स्टार्टअप पिचों के साथ आने वाले सभी नए उद्यमियों को प्रेरित किया। स्थिरता और विलक्षणता पैटर्न के बारे में बताया। निकट भविष्य में भोजन के स्रोत के रूप में कवक के महत्व पर भी प्रकाश डाला। प्रोफेसर ब्रजेश सिन्हा, संकाय प्रमुख कृषि संकाय, कृषि विज्ञान संस्थान ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। उन्होंने कृषि फसलों के पोषण मूल्य पर प्रकाश डाला और युवाओं से स्वदेशी विचारों के साथ बेहतर कल के लिए नवाचार करने की अपील की। आयोजन में भागीदारी करने वाले बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक, राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबन्धन संस्थान (मैनेज) तथा इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने अपने अग्रणी योजनाओं को प्रमोट करने के लिए भी एक नई पहल की है। इसे कृषि उद्यमियों और नवाचारिकों को एक स्थान प्रदान करने के रूप में देखा जा रहा है, जहां वे अपनी विचारशीलता को प्रदर्शित कर सकते हैं।
कॉन्क्लेव के आयोजन सचिव डॉ वीरेंद्र कमलवंशी ने इसकी विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए इसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का आरम्भ नवीन और रोमांचक यात्रा की ओर एक कदम है। इससे हम सभी मिलकर कृषि क्षेत्र में नए और सुरक्षित कल की उचाइयों को प्राप्त करेंगे। इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. यूएन त्रिपाठी ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सभी को कृषि स्टार्टअप के बारे में बताया। कार्यक्रम में प्रोफेसर कल्याण घड़ेई, डॉ. अमिताभ रक्षित, डॉ. मनीष यादव, डॉ. यूपी सिंह, डॉ. रमेश चंद्रा, डॉ. डीएस बुनकर, डॉ. निखिल, डॉ. अनूप, डॉ. एके सिंह और डॉ. नीरज सिंह सहित विभिन्न संकाय सदस्यों की उपस्थिति रही।
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