51 सज्जित बजड़ों एवं बड़ी नावों से निकलेगी भगवान श्री चित्रगुप्त महाराज की भव्य शोभयात्रा
वाराणसी। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वाधान में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी संपूर्ण चराचर सृष्टि के रचयिता परमपिता ब्रह्मा जी के मानसपुत्र, समस्त प्राणी जगत के पाप, पुण्य, कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान श्री चित्रगुप्त महराज की भव्य नयनाभिराम शोभायात्रा यम द्वितीया 15 नवम्बर 2023 को निकलेगी।
इस वर्ष का आयोजन विशेष है। यह शोभायात्रा मां गंगा के आंचल में अस्सी घाट से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद घाट तक 51 सजे धजे बजड़ों एवं बड़ी नावों से निकलेगी। भव्य शोभायात्रा के साथ अस्सी घाट पर महापूजनोत्सव भी आयोजित होगा। जिसमें भगवान श्री चित्रगुप्त महराज की 21 फीट की ऊंची भव्य प्रतिमा पर वैदिक मंत्रों से पूजन, अर्चन एवं महाआरती होगी।
इस अवसर पर विश्व में पहली बार बुद्धि, विवेक और ज्ञान के प्रदाता व लेखनी के आराध्य देव भगवान श्री चित्रगुप्त पर आधारित एक भव्य नाट्य का मंचन भी होगा, जो युधिष्ठिर द्वारा गंगापुत्र भीष्म से उनके इच्छा मृत्यु के बारे में प्रश्न पर गंगापुत्र भीष्म के संवाद के बारे में विस्तार से ऋषि पुलिस्त्य और उनके मध्य हुई संवाद पर आधारित होगा। इसके साथ शिव तांडव स्तोत्र आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम का मंचन भी होगा।
शोभायात्रा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद घाट पर पहुंचने पर महासभा के पदाधिकारी भारत के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न स्व. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे और बजड़ों पर फिर सवार होकर वापस अस्सी घाट आयेंगे। कार्यक्रम के बाद घाट पर स्वच्छता अभियान होगा, जिससे स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी।
कार्यक्रम में मुख्य आशीर्वचन शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती काशी सुमेरु पीठाधीश्वर द्वारा उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक महेश चन्द श्रीवास्तव होंगे।
काशी की महान व विद्वत जनता से अपील है कि वे सभी दिनांक 15 नवम्बर 2023 को अपराह्न 2.00 बजे अस्सी घाट पर उपस्थित होकर भगवान श्री चित्रगुप्त के भव्य महाआरती में सम्मलित होकर पुण्य के भागी बने तथा प्रसाद ग्रहण करें।
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