सहारा से उत्पीड़ित कार्यकर्ता व जमाकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल अजय अजय राय से मिला, मांगों को सदन में उठाने के लिए राहुल गांधी के नाम सौंपा पत्रक
अजय राय ने कहा कि सहारा सेबी विवाद के चलते आज देश भर में लोग परेशान है और सरकार का इससे कोई सरोकार नहीं है, सरकार संज्ञान के बाद भी गूँगी बहरी बन बैठी है। सराहा के कार्यकर्ताओं व जमाकर्ताओं की जीवन भर की खून पीसने की कमाई फँसी है। देश भर के सभी अभिकर्ता, कार्यकर्ता, जमाकर्ता और उनके परिवार के लोगों का जीवन यापन करना मुश्किल होता जा रहा है।
अजय राय ने आगे कहा कि सहारा इंडिया का कहना है संस्था ने सेबी के पास 24 हजार करोड़ की राशि के साथ सत्यापन के लिए दस्तावेज भी जमा करवा रखें हैं लेकिन सेबी सत्यापन करने में टालमटोल कर रही है। सहारा कर्मियों का कहना है कि जब तक सेबी संबंधित जमाकर्ताओं का सत्यापन का कार्य पूर्ण कर सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दाखिल नहीं कर देता है, तब तक ये धनराशि सहारा को वापस नहीं मिलेगी। सरकार इस मामले को आसानी से हल कर सकती है, लेकिन सरकार अंबानी - अडानी का कर्ज माफ़ करती है और छोटे, मध्यम वर्गों से बीजेपी का कोई सरोकार नहीं है।
अजय राय ने अपने आवास पर आये सभी जमाकर्ताओं व कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि हम इनके आवाज़ को सड़क से लेकर सदन तक हम उठायेंगे। कांग्रेस पार्टी इनके हक के लिए खड़ी है। इस मौक़े पर सराहा के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की उपस्थिति रही।
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