गायत्री शक्तिपीठ में हुआ नौ कुण्डीय महायज्ञ,17 लोगों ने लिया दीक्षा संस्कार
वाराणसी। गंगा दशहरा, गायत्री जयंती व परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के निर्वाण दिवस पर गायत्री शक्तिपीठ दानुपुर, बड़ा लालपुर के प्रांगण में विविध कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन भी हुआ। इसके पहले गायत्री शक्तिपीठ के संस्कारशाला में सावित्री सिंह ने 17 लोगों को दीक्षा संस्कार, 4 बच्चों को विद्यारंभ संस्कार व 2 गर्भवती महिलाओं को पुंसवन संस्कार से संस्कारित किया।

यज्ञशाला में आध्यात्मिक संदेशवाहक अनिलेश तिवारी ने आचार्य पद पर बैठकर नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ को पूरे गायत्री विधि विधान से कई पालियों में अग्निहोत्र कर पूर्णाहुति कराया। नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में महामृत्युंजय महामंत्र, महाकाल मंत्र, सूर्य गायत्री महामंत्र व नौ ग्रह शान्ति मंत्र से आहुतियां अग्निहोत्र किया गया।

नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में पुंसवन संस्कार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि मां के गर्भ में पल रहे शिशु की श्रवण शक्ति बहुत तीव्र होती है। मां को गर्भावस्था में शालीनता व प्रेरणादायक संगीत व पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। साथ ही पिता को भी संस्कार से परिपूर्ण जीवन जीना होगा। शिशु के सम्पूर्ण विकास के लिए घर के बड़े व अन्य सदस्यों को घर का वातावरण शालीन व प्रेम से परिपूर्ण बनाना होगा। तभी शिशु का सम्पूर्ण विकास संभव है।

कार्यक्रम का संयोजन जिला समन्वयक पंडित गंगाधर उपाध्याय ने किया। नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में अवधेश सिंह, सीए धनञ्जय ओझा, आरएन यादव, ओम नारायण भारद्वाज, सावित्री सिंह, अनिला बरनवाल, संगीता सिंह, अजय लक्ष्मी सिंह, पुष्पा गुप्ता, किरण तिवारी, पुष्पा रानी व मीडिया प्रभारी रमन कुमार श्रीवास्तव सहित सैकड़ों गायत्री साधकों ने भाग लिया।



