रेलवे ट्रैक पर मिला व्यक्ति का शव, तीन थानों ने नहीं की थी गुमशुदगी दर्ज

नई दिल्ली, 25 नवंबर (हि.स.)। बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी रेलवे ट्रैक के पास एक लापता व्यक्ति का शव पड़ा मिला। शव की पहचान भी हो गई। परिजनों ने जहां मामले में हत्या करने का शक जाहिर किया तो पुलिस ने शुरुआती जांच में उसे एक्सिडेंट बताया। मामले में परिजनों ने तीन थाना पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए।
जिन्होंने दो दिन में व्यक्ति की लापता होने की गुमशुदगी तक दर्ज नहीं की। यहीं नहीं मृतक के भाई ने ही अपने भाई का फोन दोस्तों के साथ मिलकर बरामद किया। जिसको दो से तीन दिनों तक पुलिस को देने के लिये वह उनको फोन तक करता रहा। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान सुमीत कुमार सिंह (30) के रूप में हुई। वह अगर नगर प्रेम नगर पार्ट-3 में रहते थे। सुमीत के भाई नेतिक ने बताया कि सुमीत रिठाला इलाके में प्राईवेट नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी,दो बच्चे,पिता,तीन भाई और दो बहनें हैं। बीते 18 नवंबर की शाम को इलाके में रहने वाली मामी ने घर पर बर्थ डे पार्टी के लिये बुलाया था। भाई ने घर पर फोन करके कहा था कि मैं लेट हो जाऊंगा,तुम सब चले जाना। मैं दस बजे तक पहुंच जाऊंगा। लेकिन भाई नहीं आया।
भाई की कंपनी में काम करने वाले जे पी नामक व्यक्ति से पूछताछ की। उनसे भी कुछ नहीं पता चला। प्रेम नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाने की कोशिश की, उन्होंने प्रशांत विहार थाने भेज दिया। वहां जिन्होंने भाई की कंपनी में जाकर पूछताछ की,लेकिन वहां पर भी कोई मामला दर्ज नहीं किया। पुलिस वालों ने उसे नॉर्थ रोहिणी भेज दिया। वहां पर भी कोई मामला दर्ज नहीं किया। तीनों थानों के पुलिस वालों को बताया था कि भाई का फोन ऑन है।
उसकी लोकेशन पता कर कुछ पता चल सकता है,लेकिन किसी ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। 19 की सुबह उनको एक सूचना आठ बजकर 23 मिनट पर मंगोलपुरी रेलवे फाटक के ट्रैक के पास भाई का शव पड़ा मिला। सिर पर चोट के निशान थे और दोनों हाथों में फ्रेक्चर था। जिसके बारे में उसने नॉर्थ रोहिणी पुलिस को बताया। शव को देखने पर उन्होंने हत्या का शक जाहिर किया। जबकि पुलिस वालों ने मामले में एक्सिडेंट बताया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद दे दिया। उसके बाद भी वह पुलिस वालों को बोलता रहा कि भाई का फोन ऑन है। ट्रैस का लो। लेकिन किसी ने नहीं सूना। उसने खुद किसी तरह से फोन ट्रैस किया। बीते बुधवार दोपहर उसे फोन भाई के शव के पास झाड़ियों में पड़ा मिला। जिसको उसने रूमाल से उठाकर एक पॉलिथिन में रख लिया।
नेतिक ने बताया कि उसको हैरानी उस वक्त हुई जब उसने नॉर्थ रोहिणी थाने में तैनात पुलिस वाले को फोन के बारे में बताया और उन्होंने कहा कि वो फोन ले लेंगे। आलम यह है कि उसके पास शुक्रवार दोपहर तक फोन उसी के पास था। इस बीच जब उसने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी