मर कर भी दो लोगों की दुनिया रोशन कर गईं 80 वर्षीय उर्मिला गुप्ता, मणिकर्णिका घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
वाराणसी। रामनगर की बटाऊबीर निवासिनी उर्मिला गुप्ता ने भले ही 80 वर्ष की अवस्था में दुनिया से विदा ली, लेकिन जाते जाते भी वह ऐसा कुछ कर गई जिससे कि वह अपनी आंखों से दुनिया को निहारती रहेंगी। उनकी दोनों आंखे उनकी इच्छानुसार दान दे दी गई।
दरअसल, भाजपा महानगर मंत्री डॉ अनुपम गुप्ता की माँ उर्मिला गुप्ता का 80 वर्ष की उम्र में बीती देर रात उनके आवास बटाऊबीर पर निधन हो गया। उनकी इच्छा जाहिर की थी उनकी आँखें दान कर दी जाएं। उनके पुत्र डॉ. अनुपम गुप्ता ने उनके निधन के बाद आइ बैंक को फोन किया। उसके बाद उन्होंने सुरिक्षत आँखे निकाल कर रख ली।
अब इन आँखों को दो लोगों को प्रत्यारोपित किया जा सकेगा। इसके पूर्व उनके पति राजा राम गुप्ता के निधन के बाद उनकी आंखें भी दान दी गईं थीं। इसके पूर्व उर्मिला गुप्ता के निधन के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने उनके आवास पर पहुँच कर अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर संपन्न हुआ। वे अपने पीछे तीन पुत्रियों और दो पुत्रों का भरा पूरा परिवार छोड़ गई हैं।