15 वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का हुआ समापन, 8 आदिवासी बाहुल्य जनपदों के प्रतिभागियों ने लिया भाग
वाराणसी। नेहरू युवा केंद्र वाराणसी युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार तथा गृह मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आयोजित 15वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का समापन जय पब्लिक स्कूल अलाउद्दीन पुर में भव्यता एवं समारोह पूर्वक संपन्न हो गया। इस कार्यक्रम में चार प्रदेशों के आठ आदिवासी बाहुल्य जनपदों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
समारोह के मुख्य अतिथि वाल्मीकि त्रिपाठी सभापति पी. सी. एफ, राज्य मंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समुदाय की वास्तविक शक्ति को किसी ने पहचान तो वह थे भगवान राम इसी समूह से जुड़कर जो गुफा, कंदराओं में छल कपट से दूर रहने वालों से मिलकर भगवान राम ने उनकी सेना बनाई और विश्व विजई, महा शक्तिशाली रावण का वध किया। जिसके खानदान में कोई दीपक जलाने वाला भी नहीं बचा। उन्होंने बनारस की प्रगति से सभी को परिचित कराने की अपील की तथा सफल आयोजन की शुभकामना दी।
समारोह की अध्यक्षता कर रही वाराणसी की जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हमारी सरकार आप सभी के हर क्षेत्र में विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। आपको गौरवान्वित होना चाहिए कि देश की प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आपके ही समाज से हैं। आप सभी जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़े। जब तक आप लोग आगे नहीं बढ़ेंगे देश आगे नहीं बढ़ेगा।
गृह मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक एल. डब्ल्यू. ई. ने कहा कि युवा सपने देखे और उसे प्राप्त करें। समाज के कुछ दुश्मन आदिवासी युवाओं को भड़काना चाहते हैं। विकास नहीं होने देते हैं, जनता को भड़काते हैं। यहां बुलाने का उद्देश्य यहां के विकास को दिखाना है, ताकि इसका प्रभाव आप सभी पर पड़े, जिसका अनुकरण हो, यही प्रधानमंत्री की मंशा है। सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में 17500 किलोमीटर सड़के स्वीकृत की है, जिसमें 13000 किलोमीटर बन चुकी हैं। मोबाइल टावर, एकलव्य स्कूल, केंद्रीय, नवोदय विद्यालय सहित तमाम विकास की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। समाज के दुश्मनों के दुष्प्रचार से बचे तथा देश को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाने हेतु आगे आए।
स्वधाम आश्रम की मां डॉक्टर सुहासिनी मां ने सभी बच्चों को प्रसाद स्वरूप मीठा वितरित कर सभी को शुभकामनाएं दी। समापन समारोह को जय पब्लिक स्कूल की निदेशक सुमन सिंह, मंडल प्रभारी अस्विनी त्रिपाठी, ग्राम प्रधान बसंत लाल पटेल ने भी संबोधित किया।
शिविर के दौरान आयोजित भाषण प्रतियोगिता में लोहरदगा की सुग्रीव उरांव को प्रथम, विशाखापट्टनम की पी. लक्ष्मी को द्वितीय तथा लोहरदगा के राजेश उरांव को तृतीय पुरस्कार एवं साथ में गडचिरोली के देवराज रीमा एवं ऋतिक एसेंडी को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसी प्रकार सांस्कृतिक प्रतियोगिता में गडचिरोली ने प्रथम लोहरदगा ने द्वितीय तथा लातेहार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। साथ में विशाखापट्टनम, पश्चिमी सिंहभूमि को सांत्वना पुरस्कार मिला। स्वच्छता सफाई एवं योग में गया को प्रथम तथा भोजन व्यवस्था में गुमला को सम्मानित किया गया। शिविर के सफलतापूर्वक आयोजन में सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया।
नेहरू युवा केंद्र वाराणसी के उपनिदेशक कपिल देव ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन राज्य प्रशिक्षक अंगद सिंह यादव एवं सुभाष चंद्र प्रसाद द्वारा किया गया। इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र मिर्जापुर के जिला युवा अधिकारी प्रतीक साहू, भदोही के रामगोपाल चौहान, ललितपुर के ए पी ए विकास चौरसिया, पंकज यादव, राजमणि सिंह सहित युवा स्वयंसेवक उपस्थित थे।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।