बीएचयू भारत कला भवन में 12 दिवसीय कार्यशाला, संग्रहालय के महत्व व उद्देश्य पर होगी चर्चा
वाराणसी। बीएचयू स्थित भारत कला भवन में गुरुवार को कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से जुटे विशेषज्ञों ने कला एवं संग्रहालय के संग्रह को समझना विषय पर अपने विचार रखे। कार्यशाला 18 से 30 दिसंबर तक चलेगी। इसकी परिकल्पना उप निदेशक भारत कला भवन डा. जसमिंदर कौर ने की है।
दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय की पूर्व क्यूरेटर डा. अनामिका पाठक ने बताया कि विभिन्न विषयों पर अनेकों प्रदर्शनियां लगवाई हैं। आम प्रदर्शनी और म्यूजियम की प्रदर्शनी में बहुत अंतर होता है। म्यूजियम की प्रदर्शनी पेशेवर तरीके से लगाई जाती है। ताकि लोगों को अधिक से अधिक जानकारी दी जा सके। उस उद्देश्य को किस प्रोफेशनल ठंग से करना है। उन्होंने कहा कि 39 साल के अनुभवों को साझा करने यहां आई हूं।
डा. जसविंदर कौर ने बताया कि इस कार्यशाला में किसी भी विभाग का कोई भी प्रतिभाग कर सकता है। कला एवं संग्रहालय के संग्रह को समझना" नामक राष्ट्रीय कार्यशाला में कुल 32 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए हैं। कार्यशाला की मुख्य वक्ता डॉ अनामिका पाठक हैं। वह संग्रहालय के अलग-अलग विषयों पर चर्चा करेंगी।
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