अस्सी घाट पर फगुआ गीतों पर झूमे काशीवासी, जमकर उड़े रंग-गुलाल

वाराणसी। अस्सी घाट पर हर साल की तरह इस वर्ष भी गंगा सेवा समिति के अर्चकों द्वारा पारंपरिक फागुआ महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। संगीतमय होली उत्सव में फगुआ गीतों पर काशीवासी व पर्यटक झूम उठे। वहीं रंग, गुलाल और अबीर उड़ाकर उत्सव का आनंद लिया।
महोत्सव में संस्कृत छात्रों ने मनमोहक संगीतमय प्रस्तुति दी। वेदपाठी बलराम मिश्रा ने बताया कि पिछले पांच वर्षों से युवाओं ने वेदपाठी पारंपरिक लोकगीतों की प्रस्तुति की। इस दौरान गांवों में गाए जाने वाले फगुआ गीतों को काशी के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुनाया गया, जिससे उन्हें वाराणसी के पांच दिवसीय रंग उत्सव की परंपरा की जानकारी मिल सके।
गंगा तट पर इस अनोखे आयोजन में देश-विदेश से आए पर्यटकों ने भी भाग लिया और बनारस की अनूठी होली का अनुभव लिया। आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे भाईचारे और शांति के साथ इस उत्सव को मनाएं। कार्यक्रम में विकास, अमन, शुभम, आशुतोष, यश, विनीत समेत कई लोग उपस्थित रहे।