जरायम की दुनिया : यूपी की दूसरे नम्बर की लेडी डान बनीं साइस्ता और अफशां

ledi don

वाराणसी। दशकों तक यूपी के जरायम जगत के बेताज बादशाह रहे अतीक अहमद उसके दबंग भाई असद की कहानी के पन्ने तो फट गये लेकिन अभी उनके गुर्गों के पन्ने पलटे जा रहे हैं। वहीं कभी सियासत में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले गाजीपुर के माफिया डान मुख्तार अंसारी पर कानून का शिकंजा दिनों दिन कसता ही जा रहा है। हालांकि इन दोनों माफिया डानों में से एक की हत्या हो गई और दूसरे को उसके अच्छे दिन नही दिखाई दे रहे हैं। लेकिन अब इससे थोड़ा अलग हटकर अब इनकी बीबियां अब यूपी की लेडी डान के रूप में चर्चित हो चुकी हैं। पुलिस प्रशासन की भृकुटी अब इन पर तन गई है और दोनों भूमिगत हो गई हैं। शासन ने इनकी गिरफ्तारी पर 50-50 हजार के इनाम घोषित कर दिये हैं। पहले नंबर की इनामी महिला उत्तर प्रदेश में दीप्ति बहल हैं। बाइक बोट घोटाले में आरोपित दीप्ति बहल पर यूपी पुलिस ने पिछले साल 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। इसके बाद शाइस्ता और अब अफशां पर 50 हजार का इनाम घोषित हुआ है। इस हिसाब से यह लेडी डान अब दूसरे नम्बर पर हैं। 

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अतीक अहमद के आतंक का शिकार हो चुके प्रॉपर्टी डीलर जीशान ने हाल ही में शाइस्ता को लेकर बड़ा खुलासा किया था। उसने कहा कि अगर अतीक अहमद खूंखार है तो उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन भी कम नहीं है। वह बहुत शातिर है। खुद रंगदारी वसूलने के साथ ही लोगों को धमकाती है। इतना ही नहीं जो लोग उसकी बात नहीं मानते गुर्गों के जरिये प्रताड़ित भी कराती है। शाइस्ता प्रयागराज के दामूपुर गांव की है और उसके पिता फारूख पुलिस विभाग में थे। वह परिवार के साथ पुलिस क्वार्टर में रहती थी। चार बहनों व दो भाई में बड़ी है। उसके दोनों भाई मदरसे में प्रिंसिपल है। शाइस्ता ने इंटर तक की पढ़ाई किदवई गर्ल्स इंटर कालेज में की और ग्रेजुएशन प्रयागराज से किया। 50 साल की शाइस्ता की अतीक से शादी  दो अगस्त 1996 में हुई। इसके खिलाफ प्रयागराज में चार मुकदमे दर्ज है। इनमें तीन धोखाधड़ी के और एक हत्या का मामला है। शाइस्ता के खिलाफ तीन मामले वर्ष 2009 में प्रयागराज के कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज किये गये थे। उसके खिलाफ धारा 420, 467, 468, आर्म्स एक्ट की धारा 30 के अलावा जाली दस्तावेज इस्तेमाल करने की धारा 471 के तहत मुकदमे दर्ज है। शाइस्ता का राजनीतिक करियर 2021 में शुरू हुआ। पहले वह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से जुड़ी। इसके बाद जब अतीक पर शिकंजा कसने लगा तो जनवरी 2023 में बसपा में शामिल हो गई। लेकिन उमेश पाल हत्याकांड के बाद जब शासन की भृकुटी तनी तो मायावती ने उसे पार्टी से निकाले जाने की घोषणा कर दी। 

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शाइस्ता को यूपी पुलिस 24 फरवरी के बाद से तलाश रही है। अभीतक शाइस्ता का पता नहीं चल पाया है। उसपर 50 हजार का इनाम घोषित है। शाइस्ता के बाद यूपी पुलिस ने मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। दूसरी लेडी डान मुख्तार अंसारी की पत्नी नवम्बर 2022 से ही लापता है। गैंगेस्टर एक्ट में उनकी गिरफ्तारी होनी है। वहीं 2023 में लिखे गए करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में भी उसकी तलाश है। मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां पर गाजीपुर कोतवाली में 406, 420, 386 और 506 आईपीसी में मुकदमा दर्ज हैं। यह मुकदमा अफशां के सगे चाचा ने करोड़ों की हेराफेरी को लेकर दर्ज करवाया है। इसके अलावा अफशां पर गैंगेस्टर एक्ट में मऊ कोतवाली में भी मुकदमा दर्ज है। अफशां पर भी मार्च महीने तक 25 हजार का इनाम था। अब अप्रैल में बढाकर 50 हजार कर दिया गया है। उधर, एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और प्रयागराज की पुलिस शाइस्ता को पकड़ने के लिए गांवों की खाक छान रही है तो इधर, आफशां भी अबतक पुलिस के हाथ नही लग सकी है। लेकिन शासन का शिकंजा कसने के बाद से कतिपय लोग यह भी कहने लगे कि पत्नियों का क्या दोष ? लेकिन इनके शौहरों के आतंक से आतंकित रहनेवाला दूसरा तबका भी है। कितनों की जमीनें हड़प ली गईं और कितनों के सुहाग उजड़ गये, कई माताओं की औलादें चली गईं। अब वही सवाल कर रहे हैं कि यह माफिया करोड़ों, अरबों की प्रापर्टियां बनाते रहे तो उसका हिसाब कौन रखता था ? 

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