विटामिन ए से बच्चों में बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता, नौ माह से 5 साल तक के बच्चों को पिलाई जाएगी खुराक
वाराणसी। विटामिन ए की कमी से बच्चों में बहुत सी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इन कमियों को पूरा करने के लिए बच्चों को विटामिन ए की खुराक देना बेहद आवश्यक है। यह बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने बुधवार को हरहुआ विकासखण्ड के मोहनपुर गांव स्थित वीरा पट्टी आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने नौ माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई।
उन्होंने समस्त माताओं और परिजनों से अपील किया कि नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को छह–छह माह पर विटामिन ए की खुराक जरूर पिलाएं। साथ ही उन्हें उम्र के अनुसार सभी टीके समय पर लगवाएं। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मौर्य ने बताया कि विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम पूरे एक माह तक संचालित किया जाएगा। इसके लिए जनपद में 3.88 लाख बच्चों को विटामिन ए पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें नौ से 12 माह के 42955, एक से दो वर्ष के 82252 और दो से पांच वर्ष तक के 2.62 लाख बच्चे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बुधवार और शनिवार को आयोजित होने वाले ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) व शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) सत्रों पर नौ माह से पाँच वर्ष तक के सभी बच्चों को अलग-अलग चम्मचों से विटामिन ए खुराक पिलायी जाएगी।
डॉ मौर्य ने बताया कि विटामिन ए एक वसा में घुलनशील विटामिन है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है, जिससे बच्चे स्वस्थ व सुपोषित रहते हैं। विटामिन ए के उपयोग से आंखों की रौशनी तेज होती है और आंखों की मांसपेशिया भी मजबूत बनती हैं। यह आंखों के रेटिना में रंग उत्पन्न करता है। इसकी कमी से बच्चों में नजर का कमजोर होना, रात्रि के समय कम दिखाई देना, अंधेपन का शिकार हो जाना, रूखी आंख, रूखी त्वचा और त्वचा से संबन्धित समस्याएं हो सकती हैं। इन सभी कमियों को पूरा करने के लिए बच्चों को विटामिन ए की खुराक देना बेहद आवश्यक है।
टीकाकरण और स्तनपान के प्रति भी किया जाएगा जागरुक
नियमित टीकाकरण (जन्म से 24 माह तक), सम्पूर्ण टीकाकरण (पांच वर्ष तक), वजन लेना और अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करना, सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाना, एक घंटे के अंदर और छह माह तक सिर्फ स्तनपान को लेकर जनजागरुकता, आयोडीन युक्त की नमक के सेवन के प्रति जागरूक करने पर ज़ोर दिया जाएगा।
इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार, खण्ड विकास अधिकारी राजेश बहादुर सिंह, एडीओ पंचायत मयंक मोहन गौढ़, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार गुप्ता, बीपीएम वसंत श्रीवास्तव, डबल्यूएचओ एसएमओ डॉ चेल्सी, आईसीडीएस सुपरवाइज़र, माखन शर्मा, पंकज सिंह, एएनएम विद्या भारती, सीएचओ शालिनी सिंह, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा अन्य लोग मौजूद रहे।
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