वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को मिला अवार्ड, ग्रीन बिल्डिंग के रूप में है पहचान
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वाराणसी। वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को प्रतिष्ठित गृहा अवार्ड दिया गया है। इसे ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया गया है। ऐसे में लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को गृहा पुरस्कार दिया गया।
भारत और जापान के आपसी सहयोग से वाराणसी के सिगरा में भव्य रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया गया है। इसे भारत और जापान की दोस्ती की मिसाल के तौर पर भी देखा जाता है। शीशे और कंक्रीट ने बनी इमारत के आसपास बागवानी व पौधे लगाए गए हैं। परिसर को काफी हरा-भरा रखा गया है। इन्हीं खासियत की वजह से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को यह पुरस्कार दिया गया। लखनऊ में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और गृहा काउंसिल के सीईओ संजय सेठ ने वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डा. डी वासुवेदन को यह अवार्ड प्रदान किया।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार अन्तर्गत ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग, 'ग्रीन रेटिंग फॉर इंटीग्रेटेड हैबिटेट असेसमेंट' (गृहा) द्वारा निर्धारित राष्ट्रीय मानदंडों के आधार पर नवीन निर्माणों को यह पुरस्कार दिया जाता है। इसके उद्देश्यों में कार्बन फुटप्रिंट को कम करना, निर्माण के दौरान ऊर्जा और पानी की खपत को न्यूनतम करना, नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियों को अपनाना और परियोजनाओं की संचालन लागत में 30-40 फीसद की कटौती करना शामिल है।
रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सम्मेलन केंद्र को एक ग्रीन बिल्डिंग के रूप में स्थापित करने के लिए तमाम प्रयास किए गए। मसलन पानी बचाने के लिए कम-प्रवाह वाले इनडोर फिटिंग्स की स्थापना, नी की खपत की निगरानी और अपव्यय की पहचान के लिए बिल्डिंग प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से डिजिटल सब-मीटरिंग, साइट पर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग पॉइंट्स का प्रावधान, 1,40,000 किलोवाट वार्षिक उत्पादन क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना, शीतलन आवश्यकताओं को कम करने के लिए डबल-ग्लेज़्ड दीवारों के साथ अत्यधिक इन्सुलेटेड निर्माण तकनीक का उपयोग, दीवारों के लिए ऑटोक्लेव्ड एरेटेड कंक्रीट (ए0ए0सी0) ब्लॉक्स का उपयोग, केंद्रीकृत कचरा संग्रहण प्रणाली का कार्यान्वयन, दिव्यांगजनों के अनुकूल और सुलभ भवन डिजाइन। रुद्राक्ष के संचालन, प्रबंधन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी वाराणसी स्मार्ट सिटी को दी गई है।