Varanasi Weather : पश्चिमी विक्षोभ का असर, ठंड और गलन ने किया बेहाल, प्रदेश में तीसरा सबसे ठंडा जिला रहा बनारस, जानिये आगे के मौसम का हाल
वाराणसी। पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते वाराणसी श्रीनगर जैसा ठिठुर रहा है। अधिकतम तापमान सामान्य से सामान्य से 9 डिग्री नीचे चला गया है। वहीं न्यूनतम तापमान भी 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। बनारस प्रदेश का तीसरा सबसे ठंडा जिला रहा। दिन में भी कड़ाके की ठंड के चलते सड़कों पर आमदिनों की तुलना में भीड़ कम रही। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल ठंड से राहत के आसार नहीं हैं। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है, वरना बीमार पड़ सकते हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को वाराणसी का अधिकतम तापमान महज 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 9.2 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह इस मौसम का अब तक का सबसे ठंडा दिन माना जा रहा है। काशी में ठंड का असर इतना अधिक रहा कि सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रही।

मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ी इलाकों से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। आने वाले कुछ दिनों तक शीतलहर से राहत मिलने की संभावना कम है और ठंड का प्रकोप जारी रह सकता है।

ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। जिला अस्पतालों में ठंड से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम करने को कहा गया है। रविवार को वाराणसी प्रदेश का तीसरा सबसे ठंडा जिला रहा।

