Varanasi Weather : मानसून की विदाई के बाद बढ़ी सिहरन, इस बार हाड़ कंपाएगी ठंड, ला-नीना का दिखेगा असर
वाराणसी। मानसून की विदाई के साथ ही अब गुलाबी ठंड का दौर शुरू हो गया है। सुबह और शाम के वक्त हल्की सिहरन महसूस होने लगी है, जबकि रात में भी तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार सर्दी का मौसम सामान्य से अधिक ठंडा रहने वाला है। इसका प्रमुख कारण प्रशांत महासागर में बनने वाली ला-नीना की स्थिति बताई जा रही है, जो उत्तर भारत के मौसम को सीधा प्रभावित करती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ला-नीना प्रभाव के दौरान प्रशांत महासागर के भूमध्यरेखीय क्षेत्र में समुद्र सतह का तापमान सामान्य से नीचे चला जाता है। यह बदलाव वायुमंडलीय धाराओं को प्रभावित करता है, जिसके कारण एशिया सहित उत्तर भारत में ठंडी हवाएं तेज़ी से बहने लगती हैं। इसी वजह से इस साल सर्दी का असर गत वर्षों की तुलना में अधिक कड़ा रहेगा।
इस बार मानसून सीजन ने भी मौसम के इस बदलाव में अहम भूमिका निभाई है। सामान्यतः वाराणसी में औसतन 910 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जाती है, लेकिन इस वर्ष मानसून ने अपेक्षा से अधिक सक्रियता दिखाई और लगभग 1000 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अधिक वर्षा के कारण नमी बनी रही, जिससे अब तापमान गिरने पर ठंड का असर और अधिक महसूस होगा।
मौसम विभाग का अनुमान है कि नवंबर के पहले सप्ताह तक न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी तथा दिसंबर-जनवरी में ठंड अपने चरम पर रहेगी। पहाड़ी इलाकों में जल्दी बर्फबारी शुरू होने की संभावना है, जिसका सीधा असर मैदानी क्षेत्रों पर भी पड़ेगा। विशेषज्ञों ने लोगों को आगाह किया है कि आने वाले दिनों में ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ने के साथ ही सर्दी से बचाव के उपाय करने की जरूरत होगी। स्वास्थ्य विभाग ने भी ठंड के शुरुआती दिनों में बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।

