तेंदुए के आतंक से वाराणसी के ग्रामीण दहशत में, वन विभाग की तलाश जारी

वाराणसी। वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुए का आतंक बरकरार है। बीते शुक्रवार को तेंदुए के हमले में तीन लोग घायल हो गए, जिसके बाद से चिरईगांव, गौराकला, लखरांव और चूनाडीह के ग्रामीण दहशत में हैं। वन विभाग और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन तेंदुआ अब तक पकड़ से बाहर है।
ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग बिना पर्याप्त संसाधनों के ऑपरेशन चला रहा है। धनंजय मौर्य, भुल्लन यादव, राजेश और छेदी लाल जैसे ग्रामीणों ने बताया कि डर के कारण रात जागकर गुजर रही है। बच्चों और महिलाओं को बाहर निकलने से मना किया गया है।
डीएफओ स्वाति सिंह ने बताया कि तेंदुए के पदचिह्नों के आधार पर वह क्षेत्र छोड़ चुका हो सकता है। फिर भी, कामाख्या नगर में जाल लगाया गया है और लखनऊ से डॉक्टरों की टीम बुलाई गई है। शनिवार सुबह बरियासनपुर में तेंदुए की अफवाह फैली, लेकिन वन विभाग की तलाश में कुछ नहीं मिला। रुस्तमपुर और गौराकला में भी सर्च ऑपरेशन जारी रहा।
वन विभाग ने ग्रामीणों से सतर्क रहने और तेंदुए की सूचना तुरंत देने की अपील की है। जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाता, ग्रामीणों में भय का माहौल बना रहेगा।