वाराणसी : गंगा प्रदूषण को लेकर यूपीपीसीबी सख्त, नगर निगम समेत चार विभागों को भेजी नोटिस
- एनजीटी की फटकार के बाद हरकत में आया यूपीपीसीबी
- ग्रीन ट्रिब्यूनल ने मुख्य पर्यावरण अधिकारी पर लगाया जुर्माना
- गंगा में गिरने वाले आठ नालों को नहीं टेप किया गया
वाराणसी। गंगा प्रदूषण को लेकर एनजीटी की फटकार और मुख्य पर्यावरण अधिकारी पर जुर्माना की कार्रवाई के बाद यूपीपीसीबी सख्त हो गया है। नगर निगम समेत चार विभागों को नोटिस भेजी गई है। गंगा में गिरने वाले आठ नालों को टेप नहीं किए जाने पर कार्रवाई हुई है। इससे विभागीय अधिकारियों में खलबली मची है।
यूपीपीसीबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि नगवां नाला, नक्खा नाला, सामने घाट नाला के लिए वाराणसी नगर निगम, सायर माता मंदिर नाला, घटवारी माता मंदिर नाला के लिए नगर पंचायत सूजाबाद वाराणसी, घुराहा नाला के लिए जिला पंचायत चंदौली, गंगा नाला और रेलवे नाला के लिए नगर पालिका पीडीडीयू नगर को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है।
एनजीटी के चेयरमैन जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव, न्यायिक सदस्य जस्टिस अरूण कुमार त्यागी, विशेषज्ञ सदस्य डा. एक सेंथिल वेल के आदेश के मुताबिक गंगा नदी में सीवर, घरेलू गंगा पानी और अशोधित औद्योगिक कचरा नालों से गंगा नदी में गिराने की निगरानी ट्रिब्यूनल कर रहा है। इसके लिए एनजीटी ने कुछ लोकेशन तय कराई है। सामनेघाट पर सनबीन स्कूल. रविदास पार्क नगवा, संकटमोचन नाला, बातुसपुर सराय नंदन, टेंगरा मोड़ रामनगर शामिल हैं।
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