वाराणसी : अडानी सीमेंट की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठग लिए थे 14 लाख, पुलिस ने दो जालसाजों को पकड़ा, खंगाल रही आपराधिक रिकॉर्ड 

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वाराणसी। साइबर क्राइम की विशेष टीम ने अडानी सीमेंट की फर्जी फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 14 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिमकार्ड, एटीएम कार्ड और नगद रकम बरामद की गई है।

यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, पुलिस उपायुक्त सरवणन टी, अपर पुलिस उपायुक्त श्रुति श्रीवास्तव और सहायक पुलिस आयुक्त विजय प्रताप सिंह के निर्देशन में गठित विशेष टीम द्वारा की गई। पुलिस उपायुक्त सरवणन टी ने बताया कि यह गिरोह फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया विज्ञापनों के जरिए लोगों को नामी कंपनियों के केएफसी, डामिनोस समेत तमाम नामी कंपनियों की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे। वाराणसी निवासी को अडानी सीमेंट की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी की थी। 

उन्होंने बताया कि 16 मई को अनिल कुमार सिंह, निवासी ग्राम बनकट, थाना लोहता, वाराणसी ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अज्ञात साइबर ठगों ने अडानी सीमेंट की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर उनसे 14 लाख रुपये ठग लिए। शिकायत के आधार पर आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और जांच की जिम्मेदारी निरीक्षक राजकिशोर पांडेय को सौंपी गई।

साइबर क्राइम टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्यों और सूक्ष्म विश्लेषण के आधार पर पुलिस ने गिरोह के सरगना सहित दो अभियुक्तों पश्चिम बंगाल के कोलकाता के जनपद उत्तरी परगना 24 के थाना भाटपारा के कनकीनारा के वार्ड नंबर 14 के गली नंबर 12 निवासी संजीत सिंह और उत्तरी 24 परगना के थाना जगतदल के 19 न्यूगीपारा रोड आतपुर निवासी कृष्णा साव को को धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी मिली है, जिनकी तलाश जारी है।


आरोपियों के पास से ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिमकार्ड, एटीएम कार्ड और नकदी बरामद की गई। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी फ्रेंचाइजी या व्यवसायिक प्रस्ताव को स्वीकार करने से पहले संबंधित कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट और दस्तावेजों की गहन जांच करें। पुलिस उपायुक्त सरवणन टी ने कहा, “ऐसे ठग गिरोह लोगों की मेहनत की कमाई को निशाना बनाते हैं। नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी लुभावने ऑफर पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए।” पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और ठगी के इस नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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