1 जून को वाराणसी में होगा मतदान, 47 डिग्री तापमान में वोटर्स के लिए मतदान करना होगी बड़ी चुनौती
मई के अंतिम सप्ताह में गर्मी में अपना रौद्र रूप दिखाया है। वाराणसी समेत पूर्वांचल में तापमान आसमान छू रहा है। वाराणसी में पारा 47 डिग्री के पार चल रहा है। ऐसे में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती वोटर्स को बूथ ले जाना होगी।
गर्मी के तेवर देख कहना कठिन नहीं होगा कि 1 जून को गर्मी अपने सभी रिकॉर्ड फिर से ध्वस्त करेगी। मई के अंतिम सप्ताह की गर्मी समय के साथ और बढ़ती जाएगी। अंतिम चरण के चुनाव के दौरान गर्मी अपने चरम पर होगी। झुलसाने वाली गर्मी व लू से लोग बेहाल होंगे। ऐसे में एक तो मौसम की गर्मी ऊपर से सियासी तापमान की झुलसती आग में हर कोई झुलसने को विवश होगा। आग बरसाती गर्मी में मतदाताओं को घरों से निकालना राजनीतिक दलों के लिए टेढ़ी खीर होगा।
ऐसे में यह भी देखना होगा की इस झुलसाने वाली गर्मी से पार पाते हुए राजनीतिक दल किस तरह से मतदाताओं को मतदेयस्थलों तक बुला पाने में सफल होते हैं। भीषण गर्मी में मतदाताओं को घरों से निकालना भी शासन-प्रशासन के लिए भीषण चुनौती होगी। हालांकि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से हर रोज जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। युवाओं के साथ नए वोटरों को मताधिकार के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
मतदान केंद्रों पर होंगे खास इंतजाम
चुनाव आयोग के साथ ही जिला प्रशासन की ओर से गर्मी से बचाव के लिए मतदान केंद्रों पर राहत के व्यापक इंतजाम किए गये हैं। इसमें बैठने के लिए छायादार स्थान, कुर्सी, शीतल पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है।
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