वाराणसी के 18 पर्यटन स्थल होंगे ग्लोबल डेस्टिनेशन, सचिव ने की समीक्षा
वाराणसी। पर्यटन मंत्रालय की ओर से चिह्नित 18 पर्यटन स्थलों को ग्लोबल डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किए जाएंगे। इसको लेकर पर्यटन मंत्रालय की सचिव वी. विद्यावती ने कमिश्नरी सभागार में अधिकारियों संग मीटिंग की। इसमें पर्यटन विकास को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में मंडलायुक्त ने अब तक हुए कार्यों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि इन स्थलों को जोड़ने वाले मार्गों पर सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है। शिफ्टवाइज सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाकर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पर्यटक स्थलों और मुख्य मार्गों पर कहीं भी गंदगी न दिखे। साथ ही प्रमुख पर्यटन मार्गों पर फैले बिजली और केबल तारों के जाल को या तो हटा दिया गया है या सुव्यवस्थित कर दिया गया है, जिससे शहर की सुंदरता और भी निखरकर सामने आए।

पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हेरिटेज साइनेंज का डिजाइन तैयार कर लिया गया है, जिसका क्रियान्वयन शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, काशी में 9 नए वॉकिंग टूर और 8 नई टूरिस्ट आइटिनरी तैयार की गई हैं, जिनका हाल ही में औपचारिक शुभारंभ किया जा चुका है। वहीं, काशी और सारनाथ के डिजिटल ब्रोशर तैयार करने की प्रक्रिया भी प्रगति पर है।
मंडलायुक्त ने बताया कि पर्यटन सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सेवा प्रदाताओं का निरंतर प्रशिक्षण कराया जा रहा है। अब तक 231 नाविकों और 318 टैक्सी चालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा चुका है, ताकि वे पर्यटकों के सामने काशी की गरिमा और परंपरा का सकारात्मक और प्रभावशाली परिचय करा सकें।

सचिव ने अब तक हुए कार्यों पर संतोष व्यक्त किया और शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वाराणसी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए यह परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए।
बैठक में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, एडीएम सिटी आलोक वर्मा, एडीएम प्रशासन विपिन कुमार, एडीएम एफआर वंदिता श्रीवास्तव और संयुक्त निदेशक पर्यटन दिनेश सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

