वाराणसी : इस बार होली पर चुनाव का रंग, काशीवासियों के चेहरों पर दिखेगा मोदी मुखौटा, अबीर-गुलाल व पिचकारियों की सज गईं दुकानें
वाराणसी। लोकसभा चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने तिथियों की घोषणा कर दी है। इसके साथ चुनावी पारा चढ़ने लगा है। इसी बीच होली का त्योहार भी पड़ रहा है। ऐसे में काशी की होली इस बार चुनावी रंग में रंगी नजर आएगी। त्योहार नजदीक आने के साथ ही रंग-गुलाल, अबीर और पिचकारियों की दुकानें सजने लगी हैं। तरह-तरह के मुखौटे भी बिक रहे हैं, लेकिन काशीवासियों के बीच सबसे अधिक डिमांड मोदी मुखौटे की है। इस बार काशीवासी मोदी मुखौटा पहनकर होली में रंग-गुलाल उड़ाएंगे।
देवाधिदेव महादेव की नगरी में रंगभरी एकादशी के दिन माता गौरा के गौना के साथी होली प्रारंभ हो जाती है। इस बार 24 मार्च को होलिका दहन और 25 को होली पड़ रही है। बाजारों में इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। बाजारों व चौक-चौराहों पर रंग, अबीर व विभिन्न प्रकार की पिचकारी की दुकानें सजने लगी हैं। यही नहीं, किराना दुकनदारों ने भी रंग, अबीर के अलग-अलग रेंज मंगाकर उसकी बिक्री शुरू कर दी है। खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ने लगी है। जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे पर्व का लोगों में उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। अबीर गुलाल और पिचकारी के दुकानदार सोनू सोनकर ने बताया कि इस बार विभिन्न प्रकार के पिचकारी अबीर गुलाल हर्बल गुलाल हम लोग लाए हैं और इस बार अच्छी बिक्री की भी उम्मीद कर रहे हैं।
बिक रहा मोदी मुखौटा
विभिन्न तरह के कार्टून, जैसे-डोरेमॉन, चाचा चौधरी, स्पाइडर मैन के साथ ही मोदी मुखौटे की बिक्री हो रही है। दुकानदारों की मानें तो सबसे अधिक डिमांड मोदी मुखौटे की है। झंडा बाजार में होली के रंगों-पिचकारियों और अन्य सामान के थोक विक्रेता पूनम मित्तल का कहना है कि इस बार कई तरह की वैरायटी है और उम्मीद है कि इस बार बिक्री भी अच्छी होगी।
बाजार में पहुंच गई हर्बल गुलाल
लोग रंग और अभी गुलाल से खेलने में डरने लगे थे, क्योंकि विभिन्न प्रकार के नकली अबीर गुलाब और रंग बाजारों में बिक रहे हैं जिससे शरीर में इंफेक्शन होने का डर बना रहता है। इसको देखते हुए दुकानदारों ने इस बार हर्बल गुलाल अपने दुकानों पर रख रहे हैं, जिनकी डिमांड भी लोग ज्यादा कर रहे हैं, हालांकि यह हर्बल गुलाल सामान्य गुललों की अपेक्षा महंगे हैं। इसके बावजूद बिक्री हो रही है।
पिचकारियां भी हुई हाईटेक, सिलिंडर भी दमदार
पिचकारियां हाईटेक हो गई हैं। कुछ इस तरह की पिचकारियां भी आ गई है जो ऑटोमेटिक चलती हैं। उनमें रंग भरने के बाद उनका बटन दबाना होगा और जब तक उनमें रंग भरा रहता है तब तक वे रंग फायर करती हैं। इसके अलावा रंग भरे सिलिंडर भी बाजार में छाए हुए हैं। ये सिलिंडर आग बुझाने वाले सिलिंडर के बराबर हैं। पिन खींचते ही रंगों की फुहार शुरू हो जाती है। यह फुहार करीब आधे घंटे तक यह चलती रहती है।
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