वाराणसी : खतरे के निशान के करीब पहुंचकर स्थिर हुआ गंगा का जलस्तर, तटवर्ती इलाकों में भरा पानी, बढ़ी परेशानी
वाराणसी। काशीवासियों के लिए राहत भरी खबर है। दो दिनों तक वृद्धि के बाद खतरे के निशान के करीब पहुंचकर गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया है। तटवर्ती इलाकों में स्थित मोहल्लों, कॉलोनियों में पानी घुसने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कई परिवारों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।

सबसे ज्यादा असर घाट किनारे रहने वाले लोगों पर पड़ा है। पंडा-पुजारियों ने अपनी चौकियां और पूजा सामग्री पानी से बचाने के लिए अब सड़क मार्ग पर स्थानांतरित कर दी हैं। घाटों पर पानी का स्तर इतना बढ़ गया है कि अब सड़कें भी डूबने लगी हैं। इससे आवागमन प्रभावित हुआ है और स्थानीय लोगों के साथ-साथ श्रद्धालुओं को भी परेशानी हो रही है।

प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस, जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें लगातार निगरानी में जुटी हैं। लोगों को गहरे पानी वाले इलाकों में जाने से मना किया गया है, ताकि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।

हालांकि जलस्तर अब स्थिर है, लेकिन प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर बनाए रखी है। गंगा के पानी के सड़कों तक पहुंचने से साफ है कि थोड़ी भी बढ़ोतरी खतरनाक हो सकती है। ऐसे में प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों से अपील की जा रही है कि वे एहतियात बरतें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।






