वाराणसी : अप्रैल में कभी इतना नीचे नहीं गया पारा, इस बार कमजोर रह सकता है मानसून, पाच मई तक ऐसा ही रहेगा मौसम

वाराणसी। अप्रैल माह में तापमान अचानक लुढ़क गया है। मई के शुरूआत में भी धूप और लू गायब हो गई है। वहीं ठंडी हवाओं के चलते मौसम खुशनुमा बना हुआ है। हालांकि मौसम विज्ञानी मानसून सीजन के लिए इसे अच्छा नहीं मान रहे। उनकी मानें तो कई साल बाद अप्रैल में पारा इतना अधिक नीचे आया है। हीट वेव भी नहीं चल रही है। इससे मानसून के कमजोर पड़ने की आशंका बढ़ गई है। जल्दी मानसून की शुरूआत हो सकती है, लेकिन बीच में लंबे अंतराल के लिए बारिश गायब हो सकती है। इसका असर खेती-किसानी के साथ ही जनजीवन पर भी पड़ेगा।
बीएचयू जीओ फिजिक्स डिपार्टमेंट के हेड व प्रेफोसर ज्ञानप्रकाश सिंह के अनुसार, 22 -23 अप्रैल के बाद से ही मौसम में काफी परिवर्तन हो गया। अप्रैल के पहले और दूसरे सप्ताह में हीट वेब चल रही थी, लेकिन मौसम अचानक बदला। अभी तक अप्रैल में कभी तापमान इतना कम नहीं रहा। उन्होंने कहा कि अच्छे मानसून के लिए अप्रैल व मई में तापमान अधिक रहना बेहद जरूरी है। इससे यह संभावना बन सकती है कि मानसून जल्दी आए और बीच में ब्रेक कर दे। इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ सबसे बड़ा कारण है।
बताया कि अरब सागर के ऊपर भी एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इससे नमी को बंगाल की खाड़ी से कांटीनेंट की तरफ ला रहा है। इससे कनवर्जन बहुत अधिक हो रहा है। इसके चलते बारिश हो रही है। पांच मई तक बादलों की लुकाछिपी चलती रहेगी। आठ तारीख के बाद तापमान बढ़ सकता है और हीट वेव चलने की संभावना है। इसके बाद लोगों को तीखी धूप का सामना करना पड़ेगा।
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