वाराणसी : सिक्सलेन सड़क और चार लेन रेलवे ट्रैक वाला देश का पहला पुल होगा सिग्नेचर ब्रिज, 2028 तक बनकर होगा तैयार
- 2500 करोड़ की लागत से कराया जाएगा निर्माण, विभागों में बनी सहमति
- ऊपर से वाहन और नीचे से गुजरेगी ट्रेन, गंगा में 8 पिलर पर टिकेगा ब्रिज
- कागजी बाधाएं पार, रेलवे ने फाइनल की डीपीआर, अब बजट का इंतजार
वाराणसी। गंगा में बनने वाला सिग्नेचर ब्रिज सिक्स लेन सड़क और चार लेन रेलवे ट्रैक वाला देश का पहला पुल होगा। मालवीय ब्रिज से 50 मीटर दूरी पर बनने वाले लगभग एक किलोमीटर लंबे ब्रिज की डीपीआर रेलवे ने फाइनल कर ली है। 2500 करोड़ की लागत से ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी भी मिल गई है। इसके लिए अब बजट का इंतजार है। 2028 तक ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा।
सरकार से बजट का इंतजार
मालवीय ब्रिज की आयु पूरी हो चुकी है। ऐसे में गंगा पर नए सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है। गंगा में लगभग एक किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। इसके लिए सभी विभागों की आपसी सहमति के बाद रेलवे ने डीपीआर फाइनल कर ली है। सरकार से बजट मिलने का इंतजार है। एक-दो माह के अंदर बजट का आवंटन हो सकता है। उसके बाद टेंडर समेत अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।
देश की किसी नदी पर नहीं है ऐसा पुल
यह देश का पहला पुल होगा, जिस पर सिक्सलेन सड़क और चार लेन का रेलवे ट्रैक होगा। अब तक देश की किसी भी नदी में सिक्सलेन सड़क और चार लेन रेलवे ट्रैक वाला पुल नहीं है। रेलवे अधिकारियों की मानें तो मुख्यालय स्तर पर सिग्नेचर ब्रिज के लिए तैयारियां चल रही हैं।
100 किलोमीटर की रफ्तार से चलेंगी ट्रेनें
सिग्नेचर ब्रिज पर 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनें रफ्तार भरेंगी। मालवीय ब्रिज पर ट्रेनों की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा है। मालगाड़ियों की रफ्तार तो और धीमी हो जाती है। सिग्नेचर ब्रिज के साथ ही पड़ाव तक सड़क की दोनों तरफ चौड़ाई बढ़ेगी। वहीं पड़ाव चौराहा को भी 200 मीटर चौड़ा किया जाएगा।
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